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चोरी के मोबाइल को जम्मू कश्मीर से लेकर बांग्लादेश तक बिक्री, दिल्ली पुलिस ने किया मेवाती गैंग का भंडाफोड़

Deepa Sahu
9 July 2021 6:24 PM GMT
चोरी के मोबाइल को जम्मू कश्मीर से लेकर बांग्लादेश तक बिक्री, दिल्ली पुलिस ने किया मेवाती गैंग का भंडाफोड़
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दिल्ली पुलिस ने सेंधमारी करने वाले एक ऐसे मेवाती गैंग का पर्दाफाश किया है,

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने सेंधमारी करने वाले एक ऐसे मेवाती गैंग का पर्दाफाश किया है, जो दिल्ली में स्थित मोबाइल के शोरूम में सेंध लगाता और फिर चोरी के मोबाइल फोन जम्मू कश्मीर से लेकर बांग्लादेश तक बेचा करता था. पुलिस ने इस गैंग के 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दो खरीदार भी शामिल हैं.

पुलिस का दावा है कि कुछ महीने के भीतर ही लाखों रुपए इधर से उधर बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किये गए. आरोपियों की पहचान नूह, मेवात (हरियाणा) निवासी जियाउदीन, फिरोजाबाद (यूपी) निवासी मोहम्मद आलिम व शिव कुमार और दिल्ली के सुलतानपुरी निवासी अजय के रूप में हुई है.
क्या है मामला
साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक के डीसीपी इंगित प्रताप सिंह का कहना है कि दिल्ली कैंट इलाके में 16 मई की देर रात एक शोरूम में सेंधमारी की वारदात हुई, जहां से सेंधमारों ने करीब 54 मोबाइल चुराये. जांच के दौरान पुलिस ने तारिफ नाम के एक आरोपी को पकड़ा, जिसकी निशानदेही पर 10 मोबाइल बरामद किये गए. तारीफ ने पूछताछ में खुलासा किया कि मेवात का एक गैंग दिल्ली में सक्रिय है, जो मोबाइल शोरूम में सेंध लगाने के बाद चोरी के मोबाइल मेवात में ही ठिकाने लगा देते हैं. तारिफ के बैंक अकाउंट की डिटेल खंगाली गयी तो पता चला कि डिजिटल वॉलेट के जरिये यूपीआई के माध्यम से जियाउद्दीननाम का एक शख्स उसे रुपए भेजता है. महज 3 महीने में जियाउद्दीनने उसे 5 लाख रुपए भेजे हैं. जियाउद्दीनके अकाउंट को खंगालने से पता चला कि उसे फिरोजाबाद निवासी मोहम्मद आलिम बैंक अकाउंट में रुपए भेजता था.
चोरी के मोबाइल खरीदते हैं जियाउद्दीन और मोहम्मद आलिम
पुलिस का कहना है कि जांच में ये जानकारी सामने आई की अलग अलग चोर जियाउद्दीन को चोरी के मोबाइल बेचते हैं, जिसके बाद जियाउद्दीन सील पैक मोबाइल मोहम्मद आलिम को बेच देता. जियाउद्दीनमेवाती गैंग के चोरों से चोरी के सील पैक मोबाइल एमआरपी पर 35 प्रतिशत रेट के हिसाब से खरीदता था. इसके बाद आगे वही मोबाइल आलिम को 40 प्रतिशत के हिसाब से बेच देता. मोहम्मद आलिम इन मोबाइल को मुंबई निवासी हसम को बेच देता. हसम इन मोबाइल को जम्मू कश्मीर व बांग्लादेश तक पहुंचाता था. हसम आलिम के बैंक अकाउंट में मुंबई और कोलकाता से रुपए भेजता था.
कूरियर से भेजे जाते थे मोबाइल
पुलिस का कहना है कि आलिम चोरी मोबाइल को हसम तक कूरियर के जरिए भेजता था. इस साल मार्च से लेकर अब तक हसम आलिम को 30 लाख रुपए बैंक खाते में भेज चुका था. जियाउद्दीनऔर आलिम के बीच 60 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन कुछ महीने के भीतर हो चुका था.
पुलिस का कहना है कि जियाउद्दीनशिव कुमार और अजय से भी जेबतराशी और छीने गए मोबाइल फोन खरीदता था. पुलिस का कहना है कि जियाउद्दीनकी मोबाइल शॉप है. वह मेवाती बदमाश तारिफ, अफजल, हसम, वसीम और दिलशाद के संपर्क में था. मोहम्मद आलिम की भी फिरोजाबाद में मोबाइल शॉप है. वहीं अन्य दो आरोपी शिव और अजय का काम लॉकडाउन की वजह से छूट गया था, जिसके बाद से वे मोबाइल चोरी और झपटमारी की वारदात को अंजाम दे रहे थे.
ये हुई बरामदगी
पुलिस ने इनके पास से 19 सील पैक मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जो निहाल विहार इलाके में एक शोरुम से चुराए गए थे. इसके अलावा लूट, झपटमारी और चोरी के 51 मोबाइल फोन और एक क्रेटा कार भी बरामद की है. पुलिस का दावा है कि इनकी गिरफ्तारी से 34 मामले सुलझा लिए गए हैं.
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