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हत्या के बाद हड़कंप: गैंगस्टर को गोलियों से भूना, पुलिस की टेंशन बढ़ी
jantaserishta.com
20 Sep 2022 5:39 AM GMT
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
अब गैंगवॉर की आहट भी शुरू हो गई है.
नई दिल्ली: हरियाणा के सुपारी किलर संदीप बिश्नोई उर्फ सेठी की सोमवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई. संदीप की हत्या राजस्थान के नागौर में कोर्ट के बाहर हुई. इस वारदात को दिनदहाड़े अंजाम दिया गया है. संदीप की हत्या की जिम्मेदारी कौशल चौधरी और बंबीहा गैंग ने ली है. ये गैंग लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग का विरोधी है. बंबीहा गैंग ने फेसबुक पर पोस्ट कर इस हत्या की जिम्मेदारी ली है.
संदीप बिश्नोई को सोमवार को नागौर कोर्ट में सुनवाई के लिए गया था. सुनवाई के बाद जैसे ही वो बाहर आया, तभी दिनदहाड़े हमलावरों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. हमलावरों ने संदीप को 9 गोलियां मारीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
पुलिस ने बताया कि संदीप को नागौर कोर्ट में सुनवाई के लिए लाया गया था, लेकिन तभी कुछ हमलावर आए और उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. पुलिस के मुताबिक, हमलावर ब्लैक कलर की स्कॉर्पियो में आए थे.
पुलिस ने बताया कि संदीप हरियाणा का रहने वाला था. वो सुपारी किलर था. साथ ही अवैध शराब की तस्करी में भी शामिल था. संदीप सेठी गैंग से जुड़ा था. उसने नागौर में एक कारोबारी की हत्या भी की थी.
पुलिस के मुताबिक, इस हमले में गैंगस्टर संदीप के तीन साथी और एक वकील घायल हो गए हैं. इनमें से दो की हालत गंभीर है, जिनका इलाज जोधपुर के अस्पताल में हो रहा है.
संदीप बिश्नोई की हत्या के बाद अब गैंगवॉर की आहट भी शुरू हो गई है. मई में सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद बंबीहा गैंग का ये बड़ा पलटवार है.
इस हत्या की जिम्मेदारी बंबीहा गैंग और कौशली चौधरी गैंग ने ली है. बंबीहा गैंग को दविंदर बंबीहा चलाता था. 2016 में एनकाउंटर में वो मारा गया था. लेकिन उसका गैंग अब भी एक्टिव है. आर्मीनिया में बैठा लक्की पटियाला उसकी गैंग को चलाता है.
संदीप बिश्नोई की हत्या के बाद दविंदर बंबीहा नाम के फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट किया गया है. इसमें लिखा है, 'सारे ठीक हो गए वीरों. सारे कहते थे कि बंबीहा ग्रुप बस पोस्ट डालता है, कुछ नहीं करता है. देख लो, अब सबका इकट्ठा हिसाब होगा. बस वेट एंड वॉच. देखो क्या-क्या होता है.'
इसी साल 5 अगस्त को फिलिपींस में बंबीहा गैंग के गैंगस्टर की हत्या हो गई थी. इसकी जिम्मेदारी गोल्डी बराड़ ने ली थी. इस हत्या के बाद गोल्डी बराड़ ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में फरार दीपक मुंडी का ऑडियो मैसेज जारी किया था.
इस ऑडियो में कहा गया था, 'जो हाल मूसेवाला का हुआ, वही इन सबका होगा.' इस ऑडियो में कौशल चौधरी, बंबीहा गैंग और बवानिया गैंग को 'टुच्चा गुंडा' भी कहा गया था. इतना ही नहीं, धमकाते हुए कहा गया था कि 'कौशल और बंबीहा गैंग को मारकर इस तरह बदला लिया जाएगा, जो इतिहास में दर्ज होगा.'
गैंगस्टर्स के बीच बदला लेने की होड़ मची रहती है. इनके बीच गैंगवॉर ठीक वैसा ही चलता है, जैसे कोई फिल्म हो. एक गैंग का आदमी दूसरी गैंग के आदमी को मारता है और फिर बदला लेने के लिए दूसरी गैंग का आदमी पहली गैंग के आदमी की हत्या करता है. सिलसिला ऐसे ही चलता रहता है.
लॉरेंस बिश्नोई और बंबीहा गैंग में गैंगवॉर की कहानी काफी पुरानी है. दोनों गैंग में बदले की ये कहानी लवी दयौड़ा की मौत से शुरू हुई थी. दयौड़ा दविंदर बंबीहा गैंग का था. उसकी हत्या लॉरेंस बिश्नोई के शूटर संपत नेहरा और उसके साथियों ने की थी.
इसके बाद लॉरेंस की गैंग के शार्प शूटर अंकित भादू का एनकाउंटर हो गया. लॉरेंस को शक था कि पुलिस को अंकित की मुखबरी बबीहा गैंग से जुड़े मनप्रीत मन्ना ने की थी. इसके बाद 12 दिसंबर 2019 को मालोट के एक मॉल के बाहर मन्ना की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई.
मन्ना की बत्या का बदला लेने के लिए बबीहा गैंग को अर्मीनिया से चला रहे लक्की पटियाला ने 10 अक्टूबर 2020 को गुरलाल बराड़ की हत्या करवा दी. गुरलाल बराड़ रिश्ते में कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ का भाई लगता था.
इसके बाद गोल्डी बराड़ ने 22 अक्टूबर 2020 को बंबीहा ग्रुप का साथी होने के शक में रणजीत सिंह राणा की हत्या करवा दी. उसके बाद लॉरेंस गैंग ने कांग्रेस प्रधान गुरलाल पहलवान की हत्या करवा दी.
बाद में लक्की पटियाला ने 2021 में पहले लॉरेंस के करीबी माने जाने वाले विक्की मिद्दूखेड़ा की हत्या करवाई और फिर मार्च 2022 में जालंधर में इंटरनेशनल कबड्डी खिलाड़ी संदीप नंगल अंबिया की हत्या करवा दी. मिद्दूखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए ही लॉरेंग गैंग ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या करवाई थी.
अब बंबीहा गैंग और कौशल चौधरी गैंग ने संदीप बिश्नोई उर्फ सेठी की गोली मारकर हत्या कर दी है. इसे मूसेवाला की हत्या के बाद बंबीहा गैंग का बड़ा पलटवार माना जा रहा है. 29 मई को गोली मारकर मूसेवाला की हत्या कर दी गई थी.
संदीप बिश्नोई सेठी गैंग से जुड़ा था. वो हरियाणा का रहने वाला था. वो सुपारी लेकर हत्या करता था. साथ ही शराब की तस्करी में भी शामिल था. उसकी स्मगलर राजू फौजी से अच्छी दोस्ती थी. दोनों ने भीलवाड़ा में दो पुलिस कॉन्स्टेबल की हत्या कर दी थी. इसके लिए राजू फौजी को संदीप ने ही हथियार मुहैया कराए थे.
2016 में बाड़मेर में संदीप को छिपाने में राजू फौजी ने मदद की थी. तब से दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई थी. पुलिस से पूछताछ में संदीप ने बताया था कि उसने राजू को रिवॉल्वर और पिस्टल समेत कई हथियार दिए हैं. बदले में उसने कोई पैसे भी नहीं लिए थे. कॉन्स्टेबल की हत्या के बाद हरियाणा में दोनों साथ ही रह रहे थे.
संदीप बिश्नोई का नाम तब चर्चा में आया था, जब 29 नवंबर 2019 को नागौर में एक हत्या हो गई थी. पूछताछ में उसने बताया था कि एक महिला ने अपने पति की हत्या की सुपारी दी थी. इसके लिए महिला ने उसे 30 लाख रुपये दिए थे. इस मामले में संदीप जेल भी गया था.
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