सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान जय पुकार राय को गुरुवार को एसटीएफ ने अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया। अरवल टाउन थाना क्षेत्र में उसे तब गिरफ्तार किया गया जब वह दो रेगुलर राइफल और एक पिस्टल के साथ रांची से भोजपुर जा रहा था। उसके एक सहयोगी आनंद पाण्डेय को भी पकड़ा गया है। जय पुकार की निशानदेही पर एसटीएफ ने बिहटा के शिव शक्ति नगर में छापेमारी की। वहां से हथियारों के साथ सुभाष प्रधान नाम के तस्कर को गिरफ्तार किया गया। एडीजी अभियान सुशील खोपड़े ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि भोजपुर के शाहपुर स्थित बहोरनपुर का रहनेवाला जय पुकार राय हथियारों की तस्करी में लिप्त है। वह बीएसएफ का जवान है। उसकी आखिरी पोस्टिंग अगरतला में थी लेकिन पिछले डेढ़ साल से अपनी यूनिट में गया ही नहीं है। हथियार तस्करी में उसके लिप्त होने की बात सामने आने पर एसटीएफ द्वारा निगाह रखी जा रही थी। रांची से परिवार के साथ उसके भोजपुर लौटने की जानकारी मिली। एसटीएफ को शक था कि वह हथियार लेकर आ रहा है। उसे दबोचने के लिए एक टीम अरवल में मुस्तैद कर दी गई। गुरुवार की सुबह अरवल के टाउन थाना क्षेत्र में उसकी कार रोककर तलाशी ली गई तो .315 बोर की दो राइफल और 7.65 एमएम की एक पिस्टल के अलावा 460 गोलियां मिलीं।
जय पुकार राय ने कार के आगे बीएसएफ का बोर्ड लगा रखा था। गाड़ी में सहयोगी आनंद पाण्डेय (दरबहिया, सूर्यपुरा, रोहतास) के अलावा जय पुकार की पत्नी और बच्चे भी मौजूद थे। जांच से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक उसने पुलिस को चकमा देने के लिए ऐसा किया था। अधिकारियों के मुताबिक उसके पास से बरामद दो रेगुलर राइफल को पहले उसने लाइसेंसी बताते हुए एसटीएफ को भरमाने का प्रयास किया। चूंकि एसटीएफ को पहले से ही उसके हथियार तस्कर होने का शक था लिहाजा उसके द्वारा दिखाए गए लाइसेंस की जांच की गई तो वह फर्जी निकला। लाइसेंस पर नाम किसी का तो फोटो किसी और का था। जय पुकार से पूछताछ के बाद एसटीएफ ने अरवल पुलिस के साथ पटना के बिहटा स्थित शिव शक्ति नगर में छापेमारी की। मौके से हथियार तस्कर सुभाष प्रधान को गिरफ्तार किया गया। वहां तलाशी में चार कट्टा और 12 बोर की एक बंदूक के अलावा 6 गोलियां बरामद हुई।