किडनैप मामले में सौतेले पिता गिरफ्तार, सीसीटीवी फुटेज से हुआ मामले का पर्दाफाश
राजस्थान। राजस्थान में धार्मिक स्थल मेहंदीपुर बालाजी मोड़ से बीते दिन सात साल के बच्चे का अपहरण हुआ था. एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच करते हुए पुलिस ने उसको बरामद कर लिया है. इस दौरान हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ. बच्चे का अपहरण उसके सौतेले पिता ने किया था. दौसा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शंकर लाल मीणा के मुताबिक, शनिवार रात करीब पौने 8 बजे जिले के मेहंदीपुर बालाजी मोड़ से एक कार से 7 साल के बच्चे सागर के अपहरण का मामला सामने आया था. पुलिस और परिजनों ने बच्चे की काफी तलाश की. मगर, वो नहीं मिला. इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले. इसमें एक व्यक्ति बच्चे को पैदल ले जाता हुए दिखा.
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने अपहरण के मामले में एफआईआर दर्ज की. पुलिस को आशंका थी कि आरोपी बच्चे की जान-पहचान वाला ही हो सकता है. इसके बाद बच्चे के माता-पिता के बारे में जानकारी जुटाई गई. पता चला कि बच्चे की मां का नाम सुनीता है और वो भरतपुर के बगदादी निवासी दिनेश के साथ पिछले चार-पांच महीने से रह रही है. मंदिर में उसने शादी की थी.
ये भी पता चला कि वो पहले महाराष्ट्र के गोंदिया में अनमोल नामक व्यक्ति से शादी भी कर चुकी है. पुलिस के अनुसार, पति की मौत के बाद उसने दिनेश से मंदिर में शादी की. जबकि दिनेश पहले से शादीशुदा है. उसकी पत्नी और दो बच्चे हैं. दिनेश के रिश्ते में लगने वाले साले निरंजन की कोई संतान नहीं थी. ऐसे में सौतेले पिता दिनेश ने उसके अपहरण की साजिश रची. उसने अपने साले निरंजन को इसकी जानकारी दी. उसने कहा कि वो मेहंदीपुर बालाजी जा रहा है. बच्चे को गाड़ी से किडनैप करके ले जाना है. योजना के अनुसार निरंजन बच्चे को मोबाइल दिखाने के बहाने ले गया था. इधर एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही थी. बच्चे के सौतेले पिता से शक के आधार पर पूछताछ कर रही थी. इस पर वो और उसका साला बच्चे को भरतपुर में बगदादी गांव के पास छोड़कर फरार हो गए. पुलिस ने रात करीब 12 बजे बच्चे को भरतपुर से बरामद किया. मगर आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए हैं. पुलिस ने बच्चे के सौतेले पिता और उसके साले निरंजन को नामजद किया है. अन्य आरोपियों की संलिप्तता की भी जांच कर रही है. पुलिस का कहना है कि जल्द आरोपी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे.