भारत
फौलादी जज्बा: सीआरपीएफ अधिकारी चेतन चीता ने दूसरी बार मौत को दी मात, ठीक होकर घर पहुंचे
jantaserishta.com
24 Jun 2021 10:43 AM GMT
x
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अधिकारी चेतन चीता ने दूसरी बार मौत को मात दे दी है. करीब दो महीने तक कोरोना से जंग लड़ने के बाद चेतन चीता ठीक होकर अपने घर पहुंच गए हैं. चेतन चीता का हरियाणा के झज्जर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज चल रहा था.
बीते दिनों कीर्ति चक्र से सम्मानित चेतन चीता की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी. उनके ऑक्सीजन लेवल में उतार-चढ़ाव हो रहा था. तबीयत बिगड़ने पर चीता को उपचार के लिए हरियाणा के झज्जर स्थित एम्स अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टर इलाज कर रहे थे. चेतन चीता कुछ दिनों तक वेंटिलेटर सपोर्ट पर भी थे.
करीब दो महीने तक कोरोना से जंग लड़ने के बाद चेतन चीता ठीक हो गए हैं. आज वह अपने घर पहुंच गए. गौरतलब है कि सीआरपीएफ के कमांडेंट चेतन चीता को बहादुरी के लिए कीर्ति चक्र से सम्मानित किया जा चुका है.
जम्मू कश्मीर के बांदीपुरा में सेना, सीआरपीएफ और पुलिस की 14 फरवरी 2017 को आतंकियों से मुठभेड़ हो गई थी. आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर पहुंचे सुरक्षाबलों के मूवमेंट की जानकारी आतंकियों को पहले ही हो गई थी. घात लगाकर बैठे आतंकियों ने फायर झोंक दिया था. इस मुठभेड़ में चीता को नौ गोलियां लगी थीं.
इस मुठभेड़ में गोली लगने के कारण चेतन चीता की एक आंख भी चली गई लेकिन उन्होंने अदम्य साहस दिखाते हुए तीन आतंकियों को मार गिराया था. चेतन चीता एक महीने से अधिक समय तक कोमा में रहने के बाद ठीक होकर घर लौटे और फिर ड्यूटी पर भी वापस आए. उन्हें इस वीरता के लिए कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था.
Next Story