औरंगाबाद। गोह थानाध्यक्ष डॉ मनोज कुमार को निगरानी की टीम ने 30 हज़ार रुपये घूस लेते रंगे हाथों धर दबोचा है. पटना से आई निगरानी की विशेष टीम गिरफ्तारी के बाद उन्हें अपने साथ पटना लेकर चली गई है. दरअसल, देवकुंड के बंधवा गांव निवासी ट्रक ओनर गिरीश शर्मा से अपना ट्रक बेरोक टोक चलवाने के लिए प्रति माह 30 हज़ार का नज़राना मांग रहे थे. इसकी शिकायत गिरीश ने निगरानी विभाग से की थी. शिकायत की पुष्टि कराए जाने के बाद डीएसपी मणिकांत के नेतृत्व में एक टीम गोह पहुंची और गिरीश से 30 हज़ार रूपये लेते उसे धर दबोचा.
निगरानी की इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. थानाध्यक्ष की गिरफ्तारी की खबर जंगल मे लगी आग की तरह चारों तरफ फैल गयी. लोग थाना के पास न सिर्फ सिर्फ इकट्ठा हो गये बल्कि थानाध्यक्ष की तानाशाही रवैय्ये से आज़िज़ लोगों ने उनकी पिटाई भी की. टीम ने भीड़ के आक्रोश से किसी तरह थानाध्यक्ष को बचाया और फिर अपने साथ लेकर पटना चले गये. इधर सूचक ट्रक ओनर गिरीश ने बताया कि थानाध्यक्ष उनकी गाड़ी को बेवजह अक्सर रोक लेते थे और थाने में खड़ा करवा देते थे. बाद में पैसे लेकर ही उसे छोड़ते थे. आजिज आकर गिरीश ने थानाध्यक्ष की शिकायत निगरानी से की जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है.
बता दें कि कुछ माह पूर्व ओबरा प्रखंड के प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी को निगरानी की टीम ने घूस लेते गिरफ्तार किया था. इस वर्ष 2021 में औरंगाबाद जिले में निगरानी की यह पहली सबसे बड़ी कार्रवाई है, जिसमें पुलिस महकमा के थानाध्यक्ष को गिरफ्तार किया गया है.