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देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के आंकड़े जारी कर दिए हैं. SBI को पहली तिमाही में नुकसान झेलना पड़ा है. पिछले वित्त वर्ष की तिमाही के मुकाबले इस साल SBI का नेट प्रॉफिट 7 फीसदी कम होकर 6,068 करोड़ रुपये रहा है. SBI ने शनिवार को शेयर बाजारों को दी गई जानकारी में कहा कि एक साल पहले की तिमाही (अप्रैल-जून) में उसे 6,504 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था. आय घटने से बैंक के मुनाफे में गिरावट आई है.
SBI ने बताया कि उसका नेट इंटरेस्ट इनकम (NIE) इस वर्ष की पहली तिमाही में 27,638 करोड़ से बढ़कर 31,196 करोड़ हो गया है. देश के सबसे बड़े बैंक ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में उसकी आय घटकर 74,998.57 करोड़ रुपये रह गई, जो पिछले साल समान अवधि में 77,347.17 करोड़ रुपये थी.
हालांकि, SBI के NPA में सुधार हुआ है. बैंक का ग्रॉस NPA पिछले वर्ष के 5.32 फीसदी से सुधरकर इस वित्त वर्ष की तिमाही में 3.91 फीसदी पर आ गया है. इसी तरह नेट NPA भी पिछले वर्ष की जून तिमाही के 1.7 फीसदी से घटकर जून 2022 में 1.02 फीसदी हो गया है. जून 2022 तिमाही नतीजे आने से एक दिन पहले शुक्रवार 5 अगस्त को SBI के शेयरों में बिकवाली का रुझान देखने को मिला था. बीएसई पर SBI के शेयर गिरकर 530.65 रुपये भाव पर क्लोज हुए थे.
SBI के अध्यक्ष दिनेश खारा ने कहा कि बैंक ने नुकसान को कम करने के लिए उपाय किए हैं. संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार के कारण बैड लोन के प्रावधान में गिरावट आई है. 30 जून को समाप्त तिमाही के लिए प्रावधान 15 प्रतिशत घटकर 4,268 करोड़ रुपये रह गया. पिछले वर्ष समान अवधि में 5,030 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था.
SBI के लोन बुक में 14.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. एक्सपर्ट्स ने अनुमान लगाया था कि इस तिमाही में लोन में 14-15 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. कॉरपोरेट लोन में सालाना आधार पर 10.57 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी. वहीं, घरेलू लोन में जोरदार इजाफा के कारण रिटेल लोन बुक18.58 फीसदी की तेजी बढ़ा है.
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