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बारिश के लिए मां गंगा की गोद में खड़े होकर शहनाई वादन, राग मेघ से इंद्र देव को रिझाने की कोशिश

jantaserishta.com
22 Jun 2024 11:15 AM GMT
बारिश के लिए मां गंगा की गोद में खड़े होकर शहनाई वादन, राग मेघ से इंद्र देव को रिझाने की कोशिश
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देश के कई हिस्सों में पड़ रही भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है।
वाराणसी: देश के कई हिस्सों में पड़ रही भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। गर्मी से बेहाल लोग हर तरफ अब बारिश का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच वाराणसी में प्रचंड गर्मी से राहत पाने के लिए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य शहनाई वादक ने मां गंगा की गोद में खड़े होकर शहनाई बजाई।
वाराणसी के तुलसी घाट पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य शहनाई वादक पंडित महेंद्र प्रसन्ना ने अपने सहयोगियों के साथ मां गंगा की गोद में खड़े होकर राग मेघ की प्रस्तुति के साथ गीत पर शहनाई की धुन बजाई।
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य शहनाई वादक पंडित महेंद्र प्रसन्ना ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि मैंने बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लेकर मां गंगा को पुष्प और अगरबत्ती दिखाकर सूर्यदेव और इंद्रदेव को प्रसन्न करने का काम किया है। ऐसा मैंने इसलिए किया है क्योंकि इस बार रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ी है।
उन्होंने कहा कि गर्मी से पूरे देश की स्थिति बेहाल है, इसलिए मैंने पूरे देश के जन मानस की ओर से बाबा इंद्रदेव को प्रसन्न करने का कार्य किया है। मैंने शहनाई से राग मेघ और बधाई धुन बजाई। इससे 24 घंटे बाद निश्चित तौर पर वाराणसी में बारिश होगी। संगीत से भगवान प्रसन्न होते हैं और मुझे उम्मीद है कि अगले 24 घंटे में अच्छी बारिश होगी।
राग मेघ के अलावा उन्होंने 'बरसो बरसो रे काली बदरिया... झिमिर-झिमिर बरसो इंद्र काशी नगरिया' गीत पर भी शहनाई बजाई। उन्होंने कहा कि संगीत से भगवान खुश होते हैं। हमने भी संगीत के माध्यम से इंद्रदेव को खुश करने का प्रयास किया है।
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