उत्तर प्रदेश। बांदा में एक नवजात बच्चे के लापता होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पिता का आरोप है कि उसने इलाज के लिए अपना नवजात स्टाफ नर्स को दिया था. लेकिन नर्स ने किसी और को बच्चा दे दिया और उसके एवज में मुझे 11 हजार रुपये थमा दिए. शिकायत मिलने पर पुलिस ने बच्चे को कानपुर से बरामद कर लिया है. वहीं, स्टाफ नर्स को हिरासत में ले लिया है.
यह मामला जिले के गिरवां थाना के बरसड़ा बुजुर्ग का है. गांव के रहने वाले दद्दू ने बताया, मैंने अपनी पत्नी गोमती को 30 सितंबर के दिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महुआ में भर्ती कराया था और 2 अक्टूबर को हुई डिलीवरी में बेटा पैदा हुआ था. पहले से मेरे 3 बच्चे हैं. इसे देख वहां मौजूद स्टाफ नर्स पुष्पा सचान ने कहा, "तुम्हारे 4 बच्चे हैं. तुम गरीब हो और मजदूरी करते हो. तुम्हारे पास जमीन भी नहीं है. इतने बच्चे पालकर क्या करोगे?'' और कहने लगी कि हम तुम्हारा बच्चा किसी को दिलवा देते हैं और अपने घर ले गई.
फिर वहां से कॉल पर नर्स ने कहा कि तुम्हारा बच्चा बीमार है और इसे मशीन में रखना पड़ेगा. इसके बाद 11000 रुपये हमको दे दिए. फिर कहा, तीसरे दिन आना, तब तक अपनी पत्नी को कुछ खिलाओ-पिलाओ. जब हम नर्स के यहां पहुंचे तो बच्चा वहां नहीं था. इसकी हमने पुलिस से शिकायत की. पुलिस ने कानपुर से बच्चा बरामद किया. नर्स पुष्पा सचान ने बच्चे को कानपुर भेजा था.
बच्चा चोरी के सवाल पर CMO अनिल श्रीवास्तव ने कहा, इस महिला की डिलीवरी महुआ PHC (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) में हुई थी, जिसके 3 दिन बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया था. महिला का आरोप है कि हम दोबारा इलाज कराने गए थे, जहां से बच्चा चोरी हुआ है. लेकिन अस्पताल से कोई बच्चा चोरी नहीं हुआ है. नर्स के यहां से ही नवजात चोरी हुआ है. मैंने जांच कमेटी बना दी है. पुलिस भी जांच कर रही है. रिपोर्ट आने के बाद आगे की वैधानिक कार्यवाही की जाएगी.
ASP लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि थाना गिरवां इलाके में एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई कि उसने अपने बच्चे को इलाज के लिए नर्स को दिया था और उसका बच्चा नहीं मिला. तत्काल पुलिस टीम एक्टिव हुई. थाना की टीम कानपुर गई और सकुशल बच्चे को बरामद किया. उसकी मां को सौंप दिया गया है. इस मामले में जांच की जा रही है. जांच के बाद वैधानिक कार्यवाही की जाएगी.