तमिलनाडु। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कल कोयंबटूर में श्री कृष्णा स्टेडियम का उद्घाटन किया। अनुराग ठाकुर ने कहा, “सद्गुरु द्वारा की गई अनोखी पहल ग्रामीण खेलों और संस्कृति का उत्सव मनाती है. इसके जैसी कोई दूसरी नहीं है. ईशा ग्रामोत्सवम की शुरुआत 2004 में ग्रामीण जनता के लिए स्वास्थ्य, समृद्धि और कल्याण लाने के उद्देश्य से की गई थी और मैं यहां खिलाड़ियों को देख रहा था, उनमें से कुछ मजदूर, खेतिहर और मछुआरों के रूप में काम करते हैं, लेकिन मैं उनमें प्रतिस्पर्धी भावना भी देख रहा था."
112 फीट ऊंचे आदियोगी के पास आयोजित समापन समारोह में खिलाड़ियों ने ग्रामीण कौशल का मनमोहक प्रदर्शन किया. दुनिया के कोने-कोने से समारोह में इकट्ठा हुए हजारों दर्शकों ने पूरे जुनून और उमंग के साथ चैंपियनशिप ट्रॉफी के लिए खेल रहे खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया. इस अवसर पर बोलते हुए सद्गुरु ने कहा, “उत्सव जीवन का आधार है और यह तभी संभव है जब आप चंचल हों. तो यह देखना शानदार है कि 25,000 गांवों में 60,000 से अधिक खिलाड़ी और उन गांवों में सैकड़ों और हजारों दर्शक, सभी किसी न किसी समय, यह बिना जाने कि वे क्या कर रहे हैं, वे कूदे होंगे, चिल्लाए होंगे, चीखे होंगे, हंसे होंगे और रोए होंगे. जीवन को घटित करने के लिए इसी की जरूरत है.”
जीवन में चंचलता लाने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए सद्गुरु ने कहा, “हमारे मंत्री कह रहे थे, आपको कुछ खेल खेलना चाहिए. मुझे नहीं पता कि आपका माहौल क्या है. आप किसी अपार्टमेंट बिल्डिंग में या कहीं और रहते हैं. ठीक है, आप कम से कम एक दूसरे पर गेंद फेंक सकते हैं. यदि आपके पास गेंद नहीं है, तो एक प्याज फेंकें. यदि प्याज बहुत महंगा है, तो एक आलू फेंक दें - जीवन को आनंदमय बनाने के लिए जरूर कुछ करें.”