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उत्तराखंड कांग्रेस में फूट, टिकट कटने से नाराज हुए प्रमोद खारी

Nilmani Pal
31 Jan 2022 9:13 AM GMT
उत्तराखंड कांग्रेस में फूट, टिकट कटने से नाराज हुए प्रमोद खारी
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उत्तराखंड। उत्तराखंड में चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी के अंदर नेताओं की नाराजगी देखने को मिल रही है. टिकट वितरण में खुद की अनदेखी और पैराशूट व दूसरे दल छोड़कर पार्टी में शामिल हुए नेताओं को प्राथमिकता दिए जाने से कार्यकर्ताओं में भारी असंतोष देखने को मिल रहा है. कांग्रेस के युवा गुज्जर नेता प्रमोद खारी का आरोप है कि उन्हें टिकट का आश्वासन दिया गया था बावजूद इसके बसपा छोड़कर पार्टी में शामिल हुए अंतरिक्ष सैनी को उनकी जगह टिकट दे दिया गया.

टिकट कटने से नारा हुए प्रमोद खारी

प्रमोद खारी हरिद्वार की लक्सर विधानसभा सीट से कांग्रेस की टिकट के दावेदार थे लेकिन आखिरी वक्त में बड़े नेताओं और हाईकमान ने फैसला बदल दिया और अंतरिक्ष सैनी को टिकट दे दिया. कांग्रेस के इस फैसले से खारी और उनके समर्थक खुद को अपमानित और ठगा हुआ महसूस कर रहे है. प्रमोद खारी की गिनती कांग्रेस के प्रभावशाली युवा नेताओं में होती है. साफ सुथरी छवि वाले संघर्षशील नेता प्रमोद खारी की कार्यकुशलताऔर पार्टी के प्रति समर्पण के कांग्रेस के बड़े नेता भी कायल है.

कांग्रेस पर लगाया धोखा देने का आरोप

प्रमोद खारी पिछले 20 सालों से ज्यादा समय से कांग्रेस के लिए निष्ठावान रहे हैं, लेकिन पार्टी से मिले इस धोखे के बाद वो काफी नाराज है. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस हमेशा से ही अपने समर्पित और निष्ठावान कार्यकर्ताओ के साथ छल करती रही है. जिस तरह से कांग्रेस के कुछ नेताओ ने अपने निजी स्वार्थों के लिए के सीटों पर बाहरी और कमजोर लोगों को टिकट दिए है उसका परिणाम कांग्रेस को भुगतना पड़ेगा.

कहीं भारी पड़ न जाए नाराजगी

खारी ने कांग्रेस नेताओं की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर इनकी ऐसी क्या मजबूरी थी जो स्थानीय मजबूत और समर्पित कार्यकर्ताओ को छोड़कर बाहरी और कमजोर लोगों को टिकट दिए गए. हरिद्वार की आधा दर्जन से ज्यादा सीटों पर गुज्जर समाज के मतदाताओं का प्रभाव है. इस बार गुज्जर समाज अपनी अनदेखी किये जाने से ठगा हुआ महसूस कर रहा है. उन्होंने कहा कि वो खुद का टिकट कटने से काफी आहत हैं और अपने समर्थकों के साथ विचार विमर्श कर रहे है. जल्द ही वो अपने अगले कदम का खुलासा करेंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी को उनकी अनदेखी भारी पड़ने वाली है.


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