कोटा। अंतररार्ष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर कोटा पुलिस ने बड़ी पहल की है, यहां के ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने जिले के हड़ौती थाने की पूरी बागडोर महिलाओं को सौंपी है. अब इस थाने में ड्राइवर से लेकर एसचओ तक सारा स्टाफ महिलाओं को का होगा. पूरे थाने में महिला स्टाफ वाला यह हाड़ौती का पहला महिला थाना है और प्रदेश का अपने आप में एक अनूठा थाना है. कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने आज महिला थाने में पहुंचकर डेढ़ दर्जन महिलाओं को पूरे थाने की जिम्मेदारी सौंपी है. महिला दिवस की पूर्व संध्या पर महिलाओं को सम्मान देने के लिए ऐसा किया गया है. कोटा ग्रामीण एसपी, एडिशनल एसपी, तीन डीएसपी, चार सीआई सहित कई पुलिस अधिकारियों ने इस थाने की बागडोर को महिलाओं को सुपर्द किया है.
महिला थाने की एसएचओ यशोधरा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को देखते हुए कोटा ग्रामीण पुलिस के महिला थाने में जीप ड्राइवर से लेकर और SHO की महिला कर्मचारी की नियुक्ति की गई है. इसका उद्देश्य महिलाओं की समाज में भागीदारी को बढ़ाना है, जो उपहार महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर दिया गया है. कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने इस दिन को यादगार और सफल बनाने के उद्देश्य से यह नई शुरुआत की है. इसके तहत अब कोटा ग्रामीण पुलिस महिला थाने में सम्पूर्ण स्टाफ महिला ही होगा.
वहीं महिला थाने की हेड कांस्टेबल फरीदा बानो ने कहा कि कोटा ग्रामीण के इस महिला थाने में लगभग 17 महिलाओं की ड्यूटी लगाई गई है. एसपी शरद ने बताया कि महिलाओं में इसे लेकर बड़ा उत्साह है और वे अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार भी हैं. आज एक कार्यक्रम के जरिये उन्होंने इस बात की घोषणा भी की और कार्यक्रम के बाद ही सभी महिला पुकिसकर्मियों ने अपनी-अपनी जिम्मेदारी संभाल ली है. कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी के लिए एक ही थाने में पूरे महिला स्टॉफ को तैनात करना कोई चुनौती से कम नहीं था. ग्रामीण पुलिस महकमे में एक हजार पुलिसकर्मियों में मात्र महिला 70 पुलिसकर्मी हैं. कोटा ग्रामीण के सुदूर अंचल के अलग-अलग थानों में तैनात महिला पुलिसकर्मी की सूची तैयार कर एक महिला थाने में तैनातगी की गई है.