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काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) के लोकार्पण में कुछ ही घंटे शेष हैं
वाराणसी. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) के लोकार्पण में कुछ ही घंटे शेष हैं. 250 वर्षों के बाद काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को ऐतिहासिक आकार दिया जा रहा है. इसे 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आमजन को समर्पित कर देंगे. इसी के साथ इसको लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को लेकर नया दावा कर दिया. उन्होंने कहा कि इसकी नींव तो समाजवादी सरकार में उन्होंने ही रखी थी. उद्घाटन के एक दिन पहले पूर्व सीएम अखिलेश यादव के इस बयान के बाद सियासी चर्चाएं शुरू हो गईं हैं.
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के मुद्दे को हवा देते हुए लखनऊ में कहा कि इसकी शुरुआत समाजवादी पार्टी की सरकार ने की थी. इसकी नींव हमने रखी थी और इसलिए हम इसका सबूत भी दे सकते हैं. इस पर अब हम सबूत के साथ बात करेंगे. अखिलेश ने कहा कि यह सब किसानों की आय दोगुनी करने से ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है. यह व्याकुल होकर किया जा रहा है. अखिलेश यादव के इस बयान के बाद सियासी सरगर्मी शुरू हो गई हैं.
गौरतलब है कि हाल ही में प्रधानमंत्री ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए तंज कसा था. उन्होंने लाल टोपी को रेड अलर्ट बताया था. इसे खतरे की घंटी कहा था. इसी के बाद अब अखिलेश ने कॉशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के पहले ही बयान देकर सुर्खियां बनाने की कोशिश की है. अखिलेश यादव के बयान के बाद अब प्रधानमंत्री की ओर से क्या जवाब आता है इस पर सभी की नजर रहेगी. फिलहाल काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण की पूरी तैयारियां हो चुकी हैं. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पहुंच चुके हैं. सोमवार को प्रधानमंत्री के स्वागत की पूरी तैयारियां हो गई हैं. रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी गंगा घाटों का निरीक्षण किया है.
8 मार्च 2019 को PM मोदी ने रखी थी आधारशिला
इस बड़े कॉरिडोर की आधारशिला मोदी ने आठ मार्च 2019 को रखी थी जो मुख्य मंदिर को ललिता घाट से जोड़ता है और चारों दिशाओं में भव्य द्वार एवं सजावटी तोरण द्वार बनाए गए हैं. वाराणसी के जिलाधिकारी ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी घाट की तरफ से काशी विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे और फिर कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे. वह नए कॉरिडोर के परिसर और भवनों को देखेंगे. यह कार्यक्रम देश के सभी हिस्सों से बड़ी संख्या में आए साधुओं की मौजूदगी में होगा. कई साधु पहुंच चुके हैं."
नदी की तरफ से कोरीडोर में प्रवेश करेंगे पीएम मोदी
उन्होंने कहा, "नदी की तरफ से कॉरिडोर में प्रवेश करने की उनकी इच्छा थी जहां सभी इंतजाम किए गए हैं. रिवर क्रूज का पूर्वाभ्यास भी जारी है. शाम तक सभी प्रबंध हो जाने चाहिए." ललिता घाट पर मजदूर एक रैंप बनाने में व्यस्त दिखे जिसे क्रूज से कोरीडोर के प्रवेश द्वार तक प्रधानमंत्री के चलने के लिए बनाया जा रहा है.
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