झारखंड में रांची के बहुचर्चित सोफिया हत्याकांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने इस सनसनीखेज वारदात के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इस मर्डर केस ने सूबे की सियासत को भी गर्मा दिया था. राज्यपाल ने भी डीजीपी को तलब कर इस हत्या की गुत्थी जल्द सुलझाने का निर्देश दिया था. कातिल ने सोफिया के सिर को धड़ से अलग कर दिया था. पुलिस ने महिला का कटा हुआ सिर 9 दिन में बरामद किया. कत्ल की ये वारदात रांची के ओरमांझी इलाके की है. जहां 3 जनवरी को एक महिला को बेरहमी से कत्ल कर दिया गया था. कातिल ने उसके सिर को काटकर धड़ से अलग कर दिया था. उसका धड़ पुलिस ने पहले ही बरामद कर लिया था. लेकिन सिर बरामद करने में पुलिस को 9 दिन का वक्त लगा. इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी की पहचान शेख बिलाल के रूप में हुई है. जिसे रांची पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया.
दरअसल, 3 जनवरी को रांची के ओरमांझी इलाके में एक महिला की सिर कटी लाश मिली थी. सिर ना होने से उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी. इस जघन्य हत्याकांड की कड़ियों को जोड़ने में पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी. लड़की के सिर को धड़ से अलग कर करीब 2 किलोमीटर दूर जमीन में दफना दिया गया था. सिर कटी लाश को जंगल में फेंक दी गई थी. शव बरामद होने वाली जगह से पुलिस को किसी मोबाइल की लोकेशन भी नहीं मिल रही थी.
ऐसे में पुलिस के सामने सिर कटी लाश की शिनाख्त का संकट था. मृत महिला का सिर खोजने में पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती भी थी. इस बीच अलग-अलग इलाके से आने वाले कई लोगों ने शव को लेकर दावेदारी की. लेकिन चांन्हो के एक परिवार की ओर से किए गए दावे में पुलिस को सच्चाई दिखाई दी. पुलिस ने उसी आधार पर अपनी जांच पड़ताल शुरू की. तभी इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी शेख बिलाल का नाम सामने आया.
रांची के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) नौशाद आलम ने बताया कि पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद 14 जनवरी की सुबह इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी शेख बिलाल को धर दबोचा. फिर पुलिस आरोपी शेख बिलाल को लेकर मौका-ए-वारदात पर पहुंची और क्राइम सीम रीक्रिएट कराया. एसपी नौशाद आलम ने बताया की सोफिया का कत्ल गला दबाकर किया गया था. लड़ाई झगड़ा होने के बाद शेख बिलाल काफी गुस्से में था. वो सोफिया को घूमने के बहाने घर से बाहर ले गया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. एसपी ने बताया कि लाश की शिनाख्त ना हो, इसके लिए कातिल ने धारदार हथियार से उसका सिर धड़ से अलग कर दिया. और सिर को हत्याकांड की जगह से 2 किलोमीटर दूर झाड़ियों के नीचे एक गड्ढे में दफना दिया. शेख बिलाल को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने 40 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की. बिलाल की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने एसपी नौशाद आलम के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया था. साथ ही बिलाल की सूचना देने वाले को एक लाख नगद इनाम देने की घोषणा भी की थी.
एसपी नौशाद आलम के मुताबिक पुलिस ने हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए बिलाल के घर की तलाशी भी ली थी. उसके बच्चे और पत्नी के बयान के आधार पर पुलिस को सुराग मिला. पुलिस को पता चला कि सोफिया की हत्या करने में शेख बिलाल की मदद उसकी पत्नी ने भी की थी. अब पुलिस इन बिंदुओं की जांच कर रही है कि कहीं आरोपी के दो नाबालिग बेटे तो इस हत्याकांड में शामिल नहीं थे.एसपी (ग्रामीण) नौशाद आलम ने बताया कि मीडिया में खबर आने के बाद शेख बिलाल ने अपने कई रिश्तेदारों के घर जाकर छुपने की कोशिश की. लेकिन किसी ने भी पुलिस के डर से उसे अपने घर में आसरा नहीं दिया. उन्होंने यह भी बताया कि शेख बिलाल के खिलाफ 7 सगीन अपराध दर्ज हैं. वह कुख्यात और शातिर किस्म का अपराधी है. पुलिस उसके खिलाफ सभी सबूतों को इकट्ठा करके न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करेगी और इस केस को फास्टट्रैक कोर्ट में ले जाने की कोशिश करेगी. पुलिस अब इस बात का पता लगाने में जुटी है कि आखिर ऐसा क्या हुआ था कि शेख बिलाल ने इतनी बेरहमी के साथ सोफिया की निर्मम हत्या कर दी. पुलिस के आला अधिकारी इस शातिर अपराधी से अज्ञात स्थान पर पूछताछ कर रहे हैं.