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जल्द लगेगी कोरोना वैक्सीन की तीसरी खुराक, AIIMS में होगा कोवैक्सीन के बूस्टर डोज का ह्यूमन ट्रायल
Deepa Sahu
24 May 2021 11:25 AM GMT
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कोरोना से लड़ाई में भविष्य के हथियार के तौर पर कारगर वैक्सीन की तीसरी डोज भी जल्द आने वाली है.
कोरोना से लड़ाई में भविष्य के हथियार के तौर पर कारगर वैक्सीन की तीसरी डोज भी जल्द आने वाली है. भारतबायोटेक की ओर से देश में बूस्टर डोज की तैयारी शुरु हो गई है. इसके लिए एम्स नई दिल्ली में सोमवार से ट्रायल शुरु हो गया है. इसके अलावा 8 और साइट्स हैं जहां उन लोगों को तीसरी डोज दी जाएगी जिन्होंने पहले की दो डोज ले रखी हैं, जिसका परिणाम 6 महीने में मिलेगा.
एम्स में पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के विभागध्यक्ष और कोवैक्सीन के प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर डॉ संजय राय ने TV9 भारतवर्ष से बातचीत में बताया कि बूस्टर डोज का ट्रायल माध्यम है यह जानने का कि किसी व्यक्ति के शरीर में कितने दिनों तक एंटीबॉडीज बनी रहती है. सांइटिफिक एविडेंस के लिए यह ट्रायल बेहद जरुरी है.
कैसे किया गया चयन
पिछले साल एम्स ने जिन लोगों पर ह्यूमन ट्रायल किया था उनमें से कुछ लोगों पर बूस्टर ट्रायल किया जा रहा है. दरअसल इसके तहत यह जानने की कोशिश की जाएगी कि शरीर में एंटीबॉडी कितनी बनी औऱ कितने दिनों तक बरकरार है. मसलन जिन लोगों को पहली और दूसरी डोज दी गई है उनमें से सभी को बूस्टर डोज नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में जिन्हें बूस्टर डोज दिया जा रहा है और जिन्हें बूस्टर डोज नहीं दिया जा रहा है उनके आंकड़ों का विश्लेषण करके ही तीसरे डोज का आधार बनाया जाएगा.
कितना वायरल लोड दिया गया
एम्स में जिन लोगों के पहले फेज में ट्रायल हुआ था उन्हें 3 माइक्रोग्राम का वाइरल लोड दिया गया. ट्रायल के दौरान इनमें से कुछ लोगों को 6 माइक्रोग्राम का वाइरल लोड दिया गया. जिन लोगों को 6 माइक्रोग्राम का वाइरल लोड दिया गया उन्हें ही बूस्टर डोज दिया जा रहा है. बूस्टर डोज में भी 6 माइक्रोग्राम का वाइरल लोड दिया जा रहा है.
कितने लोगों पर होगा ट्रायल
बूस्टर डोज का ट्रायल एम्स में 25 लोगों पर किया जाना है. दो दिनों तक चलने वाले इस ट्रायल में पहले 18 और फिर बाद में बाकी बचे लोगों पर यह ट्रायल किया जाएगा. ट्रायल में उन्हीं लोगों को शामिल किया गया है जिन्हें पिछले साल पहला और दूसरा डोज कोवैक्सीन का दिया गया है.
दिल्ली के बाहर भी ट्रायल
दिल्ली के अलावा, पटना, नागपुर, बेलगांव, हैदराबाद, रोहतक, कानपुर, नॉर्थ गोवा और चेन्नई में इसको अंजाम दिया जाएगा. बूस्टर डोज का ट्रायल 18 से 55 साल के उम्र के लोगों पर हो रहा है. ये वही लोग होंगे जिन्होंने पहले की दो डोज कोवैक्सीन की ले रखी हैं.
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