राजस्थान (Rajasthan) के टोंक (Tonk) जिले में एक व्यक्ति अपनी मांगों को लेकर मोबाइल टावर पर चढ़ गया, पुलिस ने पांच घंटों की मशक्कत के बाद उसे नीचे उतारा. दरअसल, रानोली का रहने वाला भैरू मंगलवार सुबह टावर पर चढ़ गया. टावर पर चढ़े शख्स ने कुछ दिन पहले हुई दो पक्षों में मारपीट के मामले में पुलिस की कार्रवाई नहीं होने का आरोप लगाया. जैसे ही ग्रामीणों को उसके टावर पर चढ़ने का पता लगा तो उन्होंने पीपलू पुलिस और प्रशासन को सूचना दी. सूचना मिलने पर बनवाड़ा चौकी से पुलिसकर्मी पहुंचे और व्यक्ति से नीचे उतरने को लेकर समझाइश दी लेकिन वह उतरने से इनकार करता रहा. बार-बार टावर पर झूलकर नीचे कूदकर जान देने की धमकी देता रहा. इसके बाद पीपलू थानाधिकारी हरिनारायण मीणा, पीपलू तहसीलदार नारायणराम दैया मौके पर पहुंचे और लगातार उसकी मांगे मानने का आश्वासन दिया, लेकिन वह नीचे नहीं उतरा.
लंबे समय बाद भी व्यक्ति के नीचे नहीं उतरने की सूचना पर पीपलू उपखंड अधिकारी रवि वर्मा, टोंक महिला सेल सीओ बाबूलाल विश्नोई मौके पर पहुंचे और नीचे उतरकर उसकी सारी बातें सुनने, निष्पक्ष कार्रवाई करने, जांच अधिकारी बदलने का आश्वासन देते रहे. आखिरकार 5 घंटे की मशक्कत के बाद टावर पर चढ़े व्यक्ति को समझाइश देकर नीचे उतारा गया. पुलिस ने युवक के बयान दर्ज किए. साथ ही पुलिस और प्रशासन के अनुसार शख्स का मेडिकल, झगड़े में घायल होने के चलते एक्सरे भी करवाया जाएगा.
रानोली में 6 जुलाई को दो पक्षों में पुरानी रंजिश को लेकर आपस में झगड़ा हो गया था।. इसमें ईंट-पत्थर तक फेंक गए थे. थानाधिकारी हरिनारायण मीणा ने बताया कि इस मामले में एक पक्ष के 6 लोग घायल हुए. वहीं दूसरे पक्ष से एक व्यक्ति घायल हुआ था. दोनों पक्षों की ओर से परस्पर मामला दर्ज कर पुलिस द्वारा अनुसंधान किया जा रहा था. टावर पर चढ़ा भैरू पुत्र सुरजन मीणा इस मामले में पुलिस की निष्पक्ष कार्रवाई नहीं करने की बात कह रहा था. साथ ही दो साल पहले उसके लापता हुए 10 वर्षीय पुत्र की कुएं में लाश मिली थी. इस पर उसने हत्या की आशंका जताते हुए पीपलू थाने में मामला दर्ज कराया था. लेकिन आज तक उस मामले में भी कोई कार्रवाई नहीं किए जाने का भी वह पुलिस पर आरोप लगा रहा था.
टावर पर चढ़े शख्स ने बेटे की मौत मामले की निष्पक्ष जांच, बेटी नेहा के साथ हुए लड़ाई-झगड़े की दर्ज मामले की सही जांच, उसके द्वारा दर्ज करवाए गए प्रकरण की सही तफ्तीश, दूसरी पक्ष की ओर से दर्ज रिपोर्ट पर भी सही निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की. पुलिस और प्रशासन की लंबी समझाइश के बाद भी वह नीचे नहीं उतरा. जब युवक के परिजनों ने उसे मनाया जब जाकर वह टावर से नीचे उतरा.