ED दफ्तर में आज सोनिया गांधी से होगी पूछताछ, विरोध प्रदर्शन करेगी कांग्रेस
दिल्ली। राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के वक्त दिल्ली की सड़कों पर जिस तरह कांग्रेस ने 'शक्ति प्रदर्शन' किया था. वैसा ही नजारा अब गुरुवार को दोबारा देखने को मिल सकता है. गुरुवार को सोनिया गांधी नेशनल हेराल्ड केस में पूछताछ के लिए ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) दफ्तर जाएंगी. इस मौके पर कांग्रेस पार्टी बड़ा विरोध प्रदर्शन कर वाली है. यह प्रदर्शन राहुल गांधी से पूछताछ के वक्त हुए प्रोटेस्ट से भी बड़ा हो सकता है. इसको लेकर कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता तैयारियों में जुटे हैं. इसको लेकर पुलिस भी अलर्ट हो गई है.
दिल्ली के साथ-साथ दूसरे राज्यों में भी प्रदर्शन की तैयारी है. राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बड़ा प्रदर्शन हो सकता है. दोनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार है. कल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ एकजुटता दिखाने के लिए AICC कार्यालय में एकत्र होंगे. इसमें पार्टी के सांसद भी शामिल होंगे और बाद में वे सभी ED कार्यालय तक जाएंगे.
यह पहला मौका होगा जब ईडी सोनिया गांधी से पूछताछ करेगी. इससे पहले ईडी ने इसी मामले में राहुल गांधी से करीब 50 घंटे पूछताछ (अलग-अलग दिन) की थी. कांग्रेस ने राहुल से पूछताछ का विरोध किया था और उस दौरान सैंकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे थे. कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में भी लिया था. पुलिस ने कुछ सड़कों पर ट्रैफिक की आवाजाही भी रोक दी थी.
कांग्रेस के साथ-साथ दूसरी विपक्षी पार्टियां भी इस मसले पर आवाज उठा सकती हैं. इसके बाद कांग्रेस सांसद स्पेशल बसों या फिर पैदल कांग्रेस हेडक्वार्टर 10 जनपथ से ईडी ऑफिस मार्च कर सकते हैं. सोनिया भी सुबह करीब 11 बजे यहीं से ईडी दफ्तर जाएंगी.
कांग्रेस मुख्यालय पर सुबह से ही पार्टी के लोग जमा होने लगेंगे. राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी प्रदर्शन होंगे. यहां कांग्रेस मुख्यालयों में सीएम गहलोत और भुपेश बघेल इन प्रदर्शनों की अगुवाई करेंगे. पार्टी के पदाधिकारी, इंचार्ज, महासचिव भी वहां होंगे. कांग्रेस ने अपने सभी राज्यों की ईकाइयों को प्रदर्शन का निर्देश दिया है.
इसको लेकर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट भी किया है. उन्होंने लिखा कि सीनियर कांग्रेस लीडर, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के निवास पर मीटिंग हुई जिसमें किस तरह विपक्ष की आवाज को कुचला जा रहा है, ED टारगेट बना रही है उसके खिलाफ सभी ने रोष प्रकट किया. कल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी के साथ पूरी कांग्रेस एकजुट होकर खड़ी रहेगी.
नेशनल हेराल्ड केस में आरोप है कि नेशनल हेराल्ड, AJL (एसोसिएटिड जर्नल लिमिटिड) और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटिड के बीच वित्तीय गड़बड़ियां हुईं. नेशनल हेराल्ड के अखबार था, जिसको जवाहर लाल नेहरू ने 500 स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर शुरू किया था. इसमें ब्रिटिश के अत्याचारों के बारे में लिखा जाता था.
वहीं Associated Journals Limited एक पब्लिशर था. यह 20 नवंबर 1937 को अस्तित्व में आया था. उस वक्त यह तीन अखबारों को प्रकाशित करता था. इसमें नेशनल हेराल्ड (इंग्लिश), नवजीवन (हिंदी) एंड क़ौमी आवाज़ (उर्दू) शामिल था. फिर 1960 के बाद AJL वित्तीय दिक्कतों से जूझने लगा. इसपर कांग्रेस पार्टी मदद के लिए आगे आई और AJL को बिना ब्याज वाला लोन दिया. फिर अप्रैल 2008 में AJL ने अखबारों का प्रकाशन बंद कर दिया. फिर 2010 में पता चला कि AJL को कांग्रेस पार्टी का 90.21 करोड़ रुपये कर्ज चुकाना है.