18 करोड़ के मालिक बुजुर्ग को बेटे ने घर से निकाला, अब वृद्धाश्रम में रहने मजबूर
यूपी। आज के परिवेश को देखते हुए तो यह पहली घटना नहीं हैं। आए दिन बुजुर्गों के साथ उनके ही बच्चे दुर्व्यवहार कर रहे हैं। आगरा में बिचपुरी के एवज सिंह के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ। उनको अपने ही बच्चों को जायदाद देकर उसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। एवज सिंह को एवज में …
यूपी। आज के परिवेश को देखते हुए तो यह पहली घटना नहीं हैं। आए दिन बुजुर्गों के साथ उनके ही बच्चे दुर्व्यवहार कर रहे हैं। आगरा में बिचपुरी के एवज सिंह के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ। उनको अपने ही बच्चों को जायदाद देकर उसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। एवज सिंह को एवज में मारपीट, गाली गलौच और घर निकाला मिला। एवज सिंह ने रामलाल वृद्धाश्रम की शरण ली है।
रामलाल वृद्धाश्रम के संचालक शिव प्रसाद शर्मा ने बताया कि बिचपुरी निवासी 85 वर्षीय एवज सिंह को उनके बेटों ने घर से निकाल दिया है। उनकी 18 दुकानें हैं। इसके साथ ही खेत भी है। जिसकी कीमत करीब 18 करोड़ है। एवज सिंह ने बताया कि बेटे पहले तो प्रॉपर्टी को नाम कराने के लिए प्रताड़ित करते थे। आए दिन कलेश करते रहते थे। इसके बाद जब प्रॉपर्टी नाम कर दी तो अब उनको खाना देने में भी परेशानी होती है। तीनों ही बेटे खाना नहीं देते हैं। वहीं, प्रॉपर्टी को बेचना चाहते हैं।
जब एवज सिंह से बात की गई तो उनके आंसू बंद नहीं हो रहे थे। उनका कहना था कि पूरी जिंदगी पूरे क्षेत्र में मेरा व्यवहार ऐसा रहा कि मैंने सम्मान ही पाया। लेकिन, मेरे बच्चों ने मेरी ही कमाई के एवज में मेरे साथ न दुर्व्यवहार किया। बल्कि मारपीट की। इससे मैं बहुत आहत हूं। मेरे बेटों ने कई दिनों तक मुझे खाना नहीं दिया। जब जायदाद बेचने की मना करता हूं तो मेरे साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की जाती है। मेरे मुंह पर तकिया रखकर मुझे मारने का भी प्रयास किया गया था। इसकी जानकारी मैंने रिश्तेदारेां को दी। बच्चों को समझाया भी गया, लेकिन मेरे साथ दुर्व्यवहार बंद नहीं किया। अब मैं अपनी बाकी की जिंदगी वृद्धाश्रम में ही बिताना चाहता हूं।