बिलासपुर. मां ने सुबह 7 बजकर 50 मिनट पर कोरोना संक्रमित बेटे के साथ करीब पांच मिनट बात की. बीमार बेटे ने मां से कहा कि वह दो-तीन दिन में स्वस्थ होकर घर आ जाएगा, लेकिन उस मां को क्या पता था कि उनकी बेटे से आखिरी बातचीत हो रही है. दिल को झकझोर देने वाला यह मामला हिमाचल के बिलासपुर जिले से है. जानकारी के अनुसार, बिलासपुर जिले के ग्राम पंचायत दसलेहडा के गांव गोचर में मां के फोन काटने के पांच मिनट बाद 8 बजे बेटे की मौत की खबर मिली. ग्राम पंचायत दसलेहडा के गांव गोचर मे करोना संक्रमित शख्स की मंडी के नेरचौक मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई.
ग्राम पंचायत दसलेहडा के गांव गोचर का निवासी राजेश कुमार पेशे से ट्रक चालक था. गौरतलब है कि राजेश कुमार 10 मई को हल्का बुखार हुआ था. राजेश कुमार ने 11 मई को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तलाई मे कोविड 19 की जांच करवाई तो वह पॉजिटिव मिले. उसकी हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने घुमारवीं रेफर कर दिया था. मगर राजेश कुमार हालत मे सुधार न होने के कारण चिकित्सकों ने उनको 12 मई को नेरचौक जिला मंडी रेफर कर दिया था. इसके बावजूद उनको बचाया नहीं जा सका.
स्थानीय विधायक जीत राम कटवाल ने मृतक के छोटे भाई विपन कुमार से फोन पर बातचीत कर संवेदना प्रकट की तथा प्रशासन को शीघ्र ही ऐम्बुलेंस उपलब्ध कराने के आदेश भी दिए थे. मृतक आंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत सरहयाली खड्ड के किनारे पंचायत प्रतिनिधियों के सामने किया गया है. स्थानीय विधायक जीतराम कटवाल, खंड चिकित्सा अधिकारी अरविंद टंडन, समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तलाई के प्रभारी डॉक्टर दिव्यांश, मंडलाध्यक्ष महेंद्र चंदेल, पंचायत समिति सदस्य अभिषेक चंदेल, पूर्व प्रधान अशोक शर्मा आदि ने अंतिम संस्कार मे भाग लिया.