हाथापाई शांत करा रहे पुलिसकर्मी को किसी ने मारी गोली, मचा हड़कंप
बंगाल। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में सोमवार रात टीएमसी के दो गुटों में हाथापाई हो गई थी. इस दौरान जब पुलिसकर्मी उन्हें रोकने की कोशिश कर रहे थे, तभी किसी ने एक पुलिसकर्मी प्रभात सरकार को गोली मार दी. गंभीर रूप से जख्मी पुलिसकर्मी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक बशीरहाट इलाके में सत्तारूढ़ पार्टी के दो गुटों के बीच हाथापाई हुई थी. फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. जानकारी के मुताबिक पुलिस ने कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया है.
वहीं बीजेपी नेता दिलीप घोष ने टीएमसी गुटों की झड़प के दौरान पुलिसकर्मी को गोली मारने पर टीएमसी और पुलिस को घेरा. उन्होंने कहा कि पुलिस अब टीएमसी गुटों के बीच के विवाद को सुलझाने, टीएमसी के लिए धन उगाही करने और टीएमसी के लिए चुनाव जीतने के लिए काम कर रही है, इसलिए पुलिस को गोली मारी जा रही है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सारे असामाजिक तत्व टीएमसी में हैं, इसलिए झड़पें तो होंगी ही. पुलिस इन असामाजिक तत्वों को हाथ लगाने की हिम्मत नहीं कर पा रही है. पुलिस ने चुनाव जिताने की जिम्मेदारी ली है लेकिन इसके लिए न जाने कितने पुलिसकर्मियों को मरना पड़ेगा.
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी की 8 सितंबर को हुगली जिले के तारकेश्वर में एक रैली कर रहे थे. जब बीजेपी नेता एक राजनीतिक सभा को संबोधित करने के लिए तारकेश्वर गए, तभी टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाए और नारेबाजी की. टीएमसी के विरोध के बाद बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में हिंसक झड़प हो गई थी. देखते ही देखते दोनों गुटों में पथराव शुरू हो गया था. इस हिंसक झड़प में 10 लोग जख्मी हो गए थे.