....तो पीछे हट जाते है कलेक्टर-एसपी, डीएफओ का वीडियो हो रहा वायरल
जंगल काटे जा रहे हैं और इनकी रक्षा करने वाले वन विभाग के खंडवा जिले के मुखिया डीएफओ इसके लिए नेताओं को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। डीएफओ का इन दिनों वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे साफतौर पर इन्हें जिम्मेदार बता रहे है। वे कह रहे हैं कि जब वे एसडीओ थे तब भी जंगल कट रहे थे और आज भी कट रहे हैं। नेता पट्टा देना का वादा करके चले जाते हैं और जब अतिक्रमण हटाने के लिए जाते हैं तो कलेक्टर-एसपी पीछे हट जाते हैं। वहीं, जब इस वायरल वीडियो के बारे में डीएफओ से बात की गई तो उन्होंने वीडियो को गलत बताया। इसे शरारत बताया।
सरकारी अफसरों पर शासन में बैठे जिम्मेदार लोग किस तरह दबाव बनाते हैं इसकी बानगी एक वायरल वीडियो में दिखाई दे रही है। लाइव हिंदुस्तान इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। वायरल हो रहे वीडियो में कुर्सी पर बैठे व्यक्ति को डीएफओ खंडवा बताया जा रहा है और उनसे चर्चा करने आए लोगों के चेहरे दिखाई नहीं दे रहे हैं। कुर्सी पर बैठे अधिकारी की आवाज खंडवा डीएफओ होने का दावा किया जा रहा है तो शिकायत करने वाले उनसे जंगल कटाई रोके जाने की गुहार लगाते सुनाई दे रहे हैं। मगर डीएफओ ने जंगल कटने के पीछे मुख्यमंत्री, वनमंत्री को जिम्मेदार बताया। कहा कि ये लोग वोट पाने के लिए पट्टे की राजनीति कर रहे है। पट्टा मिलना संभव नहीं है लेकिन पट्टे की राजनीति कर रहे है। हम लोग कार्रवाई करते हैं तो कलेक्टर-एसपी पीछे हट जाते है।
कुछ लोग जंगल बचाने की मांग करने आईएफएस अधिकारी डीएफओ अनिलकुमार शुक्ला से मिलने पहुंचे थे और उनकी मांग के दौरान डीएफओ किस तरह असहाय होकर अपनी बात रखते हैं, वायरल वीडियो में यह पता चलता है। शिकायत करने गए लोगों ने कहा कि- लगातार जंगल काटे जा रहे है। अतिक्रमणकारियों को हटाकर जंगल कटने से बचाया जाए । इस पर डीएफओ ने कहा कि जंगल पहले से कटता आया है। पट्टे की राजनीति है। वे वोट के लिए आदिवासियों को पट्टा देने की घोषणा कर देते हैं। ऐसे में हम क्या करें।