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बारिश के बाद बदरीनाथ-केदारनाथ की चोटियों पर हुई बर्फबारी, यमुनोत्री हाईवे मार्ग पर रोक
Deepa Sahu
24 Sep 2021 3:22 PM GMT
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उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में अब सुबह-शाम ठंड का अहसास होने लगा है।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में अब सुबह-शाम ठंड का अहसास होने लगा है। इन दिनों मौसम सुहावना हो गया है। धूप और बादलों की लुका-छिपी भी आए दिन दिख रही है। वहीं शुक्रवार को देहरादून में बादल छाए रहे।
ऊंची चोटियों पर बर्फबारी
केदारनाथ और बदरीनाथ में बारिश के बाद शुक्रवार तड़के ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई है। यहां नीलकंठ, उर्वशी, नर-नारायण और माणा पर्वत चोटियों पर बर्फबारी हुई है। जिससे बदरीनाथ में अब कड़ाके की सर्दी पड़ने लगी है। यमुनोत्री धाम के ऊपर बंदरपूंछ, सप्त ऋषिकुंड, कालिंदी टाॅप पर भी बर्फबारी हुई है।
यमुनोत्री हाईवे अवरुद्ध
उत्तरकाशी जिले में बारिश का सिलसिला जारी है। यमुनोत्री हाईवे कल्याणी के पास भूस्खलन से अवरुद्ध हो गया है और गंगोत्री हाईवे पर यातायात सुचारू है। वहीं नौगांव-पौंटी-राजगढी मोटर मार्ग पर जगह-जगह मलबा आने और भू-धंसाव के कारण सड़क गुरुवार रात से बंद है।
दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बना पुश्ता ढहा
विगत दो दिनों से क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के चलते देहरादून जिले के कालसी तहसील मुख्यालय के निकट गुरुवार की देर शाम दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बना पुश्ता ढह गया। जिससे मार्ग लगभग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। दोपहिया वाहन चालक तथा हल्का वाहन चालक जोखिम पूर्ण परिस्थितियों में यहां से वाहन निकालने को मजबूर हैं। उपरोक्त राष्ट्रीय राजमार्ग दिल्ली से यमुनोत्री को जोड़ने के अतिरिक्त देहरादून को चकराता, त्यूणी सहित समस्त जौनसार बावर क्षेत्र के अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश, रवाई जौनपुर, मसूरी आदि क्षेत्रों को भी जोड़ता है।
झड़कुला में चार घंटे बंद रहा बदरीनाथ हाईवे
जोशीमठ। बदरीनाथ हाईवे शुक्रवार को जोशीमठ के समीप झड़कुला में करीब चार घंटे तक बंद रहा। यहां चट्टान से बड़े-बड़े बोल्डर छिटककर हाईवे पर आ गए। गनीमत रही कि इस दौरान यहां वाहनों की आवाजाही नहीं हो रही थी, जिससे बड़ी दुर्घटना होने से बच गई। हाईवे बंद होने से यहां सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। सुबह करीब पांच बजे हाईवे बंद हुआ था। इस दौरान यात्रियों के साथ स्थानीय लोगों के वाहन भी हाईवे पर फंसे रहे। स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं को भी परेशानी उठानी पड़ी। छात्र-छात्राएं जोखिम उठाकर पत्थरों के ऊपर से चलकर स्कूल पहुंचे। एनएच की जेसीबी ने सुबह करीब नौ बजे हाईवे खोला, जिसके बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली।
फिर बंद हुआ मसूरी-देहरादून मार्ग, लगा जाम
मसूरी में गलोगीधार की पहाड़ी से मलबा और पत्थर आने से मसूरी-देहरादून मार्ग एक फिर बंद हो गया। करीब एक घंटे तक मार्ग बंद रहने से सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। पहाड़ी से बार-बार मलबा आने से पर्यटकों और लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
शुक्रवार को भी गलोगी की पहाड़ी से भारी भूस्खलन हुआ। इससे मसूरी, यमुनोत्री धाम, जौनपुर और रंवाई घाटी जाने वाले पर्यटक करीब एक घंटे तक जाम में फंसे रहे। मध्यप्रदेश से आए शांतनु ने कहा कि उनको यमुनोत्री धाम जाना है, लेकिन मार्ग बंद होने से करीब एक घंटे से फंसे हैं।
वहीं जौनपुर निवासी सुभाष ने कहा कि गलोगी की पहाड़ी से बार-बार मलबा आ रहा है, इससे सड़क पर चलना खतरनाक हो गया है। वहीं, लोनिवि के अपर सहायक अभियंता पुष्पेन्द्र कुमार खैरा ने बताया मलबा हटाने में जेसीबी मशीन लगी है, लेकिन बार-बार पत्थर गिरने से परेशानी हो रही है।
खाई में गिरी रिकवरी क्रेन, तीन घायल
मसूरी के जौनपुर के नैनबाग चौकी के नेगियाणा के पास रिकवरी क्रेन अनियंत्रित होकर 200 फीट गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में तीन लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को खाई से निकाला और 108 सेवा के माध्यम से अस्पताल भेजा।
कैंपटी थानाध्यक्ष नवीन चंद्र जुराल ने बताया कि नैनबाग चौकी के ग्राम घराड़ा में रिकवरी क्रेन किसी ट्रक को लेने गई थी। वापस आते समय बारिश के कारण नेगियाणा के पास मलबे से बचने के चक्कर में रिकवरी क्रेन अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। हादसे में क्रेन चालक अली खान (43) पुत्र मोहम्मद खान, रिजवान हुसैन (50) पुत्र हुसैन खान और नीरज (39) पुत्र राजबीर सिंह निवासी जीवनगढ़ विकासनगर घायल हो गए।
तीनों को स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने खाई से बाहर निकाला और नैनबाग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। कहा कि घटना की जांच की जा रही है। सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर है। इस मौके पर पुलिसकर्मी वीरेन्द्र तोमर, ह्दय नेगी, दिगपाल सिंह मौजूद रहे।
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