बिलासपुर। अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जिला बिलासपुर के छह संत जिला का प्रतिनिधित्व करेंगे। इसके लिए विश्व हिंदू परिषद की ओर से जिला के इन संतों को निमंत्रण पत्र वितरित किए जा रहे हैं। जिला के अंतर्गत बाबा कल्याण दास जी आश्रम में चमलोग से बाबा कमल …
बिलासपुर। अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जिला बिलासपुर के छह संत जिला का प्रतिनिधित्व करेंगे। इसके लिए विश्व हिंदू परिषद की ओर से जिला के इन संतों को निमंत्रण पत्र वितरित किए जा रहे हैं। जिला के अंतर्गत बाबा कल्याण दास जी आश्रम में चमलोग से बाबा कमल दास जी, सोलग गौशाला से राधिका दास जी, गेहड़वीं ठाकुरद्वारा मंदिर से केवल गिरी जी, बल्हसिन्हां खबड़ी मंदिर से रूपेश्वर गिरी जी, भराड़ी क्षेत्र से राजेंद्र गिरी जी, ग्वालथाई क्षेत्र से माधव नंद जी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे। इस दिन जिला के कई मंदिरों में यह कार्यक्रम लाईव दिखाया जाएगा। विजय महामंत्र जाप, श्री राम जयराम, जय जय राम से माहौल भक्तिमय बनेगा। जानकारी के अनुसार राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर प्रदेश से 52 संत और विश्व भर में 4000 संतों को विश्व हिंदू परिषद की ओर से निमंत्रण पत्र दिए जा रहे हैं।
राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की ओर से निमंत्रण पत्र दिए जा रहे हैं, जो निमंत्रण पत्र वितरित किए जा रहे हैं, वह व्यक्तिगत निमंत्रण पत्र है। इसमें जिला बिलासपुर के छह संत शामिल हैं। इन संतों को विश्व हिंदू परिषद के प्रांत सह मंत्री एवं अधिवक्ता तुषार डोगरा की अगवाई में निमंत्रण पत्र वितरित करने की प्रक्रिया जारी है। यह दिन पूरे विश्व में यह दिन महा दीपावली के तौर पर मनाया जाएगा। विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों की मानें तो संगठन के प्रयासों से देश के पांच लाख मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा के इस कार्यक्रम को लाईव दिखाया जाएगा। इसके लिए मंदिरों में व्यवस्था करने को लेकर प्रक्रिया अपनाई जा रही है। जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। बता दें कि राम मंदिर के इस प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लेने का मौका कम ही लोगों को मिला है, जोकि सौभाग्य की बात है। यह एक गौरवमयी बात है।
जिला बिलासपुर के छह संत आयोध्या जी में भव्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इसके लिए विश्व हिंदू परिष की ओर से निमंत्रण पत्र वितरित किए जा रहे हैं। 500 वर्षों का लंबा वनवास खत्म हुआ है, यह हिंदू समाज के लिए सौभाग्य की बात है। सभी अपने घरों में 22 जनवरी को महा दीपावली मनाएं। दिन में सभी अपने मंदिर में जाकर इस पावन उत्सव का हिस्सा बनें।
तुषार डोगरा, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत सह मंत्री