छह लोगों की मौत: भारी बारिश से गांव-गलियों में पानी ही पानी, 2 मजदूर भी बहे
गुजरात। गुजरात (Gujarat) में बीते कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने पूरे राज्य में तबाही मचा रखी है. सड़कें, नदी-नाले, पुल-पार्क, गांव-गलियों में पानी ही पानी भर गया है, जबकि बारिश है कि थमने का नाम ही नहीं ले रही है. गुजरात में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश से छह लोगों की मौत हो गई. राजकोट जिले में तो एक आदमी पानी में बह गया, जबकि नवसारी में दो लापता हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि गुजरात के कई जिलों में 24 घंटे के दौरान बारिश से संबंधित घटनाओं में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 18 हजार से अधिक लोगों को प्रभावित इलाकों से निकाला गया. राज्य में एक जून से बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 69 हो गई है.
दक्षिण और मध्य गुजरात के अलावा कच्छ और राजकोट जिलों के कई इलाकों में भारी बारिश हुई. राज्य आपदा प्रबंधन मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने एक समीक्षा बैठक में भाग लेने के बाद कहा, "बारिश से संबंधित घटनाओं में पिछले 24 घंटों में छह और लोगों की जान चली गई, जिससे इस साल एक जून से गुजरात में मरने वालों की संख्या बढ़कर 69 हो गई." पिछले कुछ दिनों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 27,896 लोगों को स्थानांतरित किया गया, जिनमें से 18,225 आश्रयों में रहे.
वहीं राज्य के राहत आयुक्त पी स्वरूप ने कहा कि 18 जलाशयों के लिए हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. राजकोट शहर और आसपास के मोरबी जिले में भारी बारिश के कारण एक दीवार गिरने से एक सड़क पर बाढ़ के पानी में बह जाने से एक 50 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई और चार बच्चे घायल हो गए.
पुलिस ने कहा कि नंदा हॉल सर्कल में कोठारिया रोड में बह जाने के बाद विनोदनगर क्षेत्र के निवासी किशोर सिंह झाला (50) की मौत हो गई. वह मंगलवार तड़के अपनी साइकिल से कहीं जा रहे थे. जब वह नंदा हॉल के पास पहुंचे, तभी सड़क के बाढ़ वाले हिस्से में बह गए. थोराला पुलिस स्टेशन के उपनिरीक्षक जेआर देसाई ने कहा कि उनका शव रामनाथपारा श्मशान के पास अजी नदी से सुबह करीब साढ़े नौ बजे बरामद किया गया. वहीं नवसारी जिला शिक्षा अधिकारी जयश्री टंडेल ने कहा कि नवसारी जिले में बुधवार को भी स्कूल बंद रहेंगे. अधिकारियों ने बताया कि नवसारी जिले के मच्छड़ गांव में अंबिका नदी के किनारे एक झींगा तालाब में काम कर रहे दो मजदूर बह गए और उन्हें बचाने का प्रयास किया जा रहा है.