विकास खंड अधिकारी रेवती अतुल कुमार दुबे ने बताया कि मामला ग्राम पंचायत हडियाकला का है. जहां एक व्यक्ति पेड़ पर चढ़ गया और दूसरा सरजू नदी के किनारे का केस है. युवक नाविक नाव चलाता है और दोनों मामले टीकाकरण अभियान के दौरान प्रेरित करने वाली टीम के प्रयासों के दौरान के हैं. बताया गया है कि जो व्यक्ति पेड पर चढ़ा है वह टीकाकरण के लिए पहले से पूरी तरह से तैयार नहीं था इसलिए भागकर पेड़ पर चढ़ गया था. उसके बाद हम लोगों ने उसे पेड़ से उतारा, हालांकि वह आनाकानी कर रहा था. उतार कर उसको वहीं टीका लगा दिया गया.
दूसरा मामला सरयू घाघरा नदी के पास का है. दरअसल सिवान के बॉर्डर से लेकर लमही क्षेत्र और दतहा झरकटहा पंचायत क्षेत्र के लोग डेली दिनचर्या के लिए जाते हैं. किसान मजदूर व्यापारी उन सभी का आवागमन नाव के द्वारा होता है. विकास खंड अधिकारी ने बताया कि वह व्यक्ति भी नाविक था उसको लगा कि यह कौन लोग खड़े हैं तो मेरी टीम उससे पूछने गई कि टीका लगवा लीजिए सारे लोग टीका लगवा लिए हैं उनका नाम नोट किया गया उसमें से दो लोग सामने आए एक ने कहा कि उसने टीका बिहार में लगवा लिया है. दूसरे ने कहा कि अभी मैनें नहीं लगाया है वह वही व्यक्ति है जिसने कहा कि मैं अभी नहीं लगवा रहा हूं. मैं बीमार हूं मैं काम करता हूं सुबह से निकला हूं कुछ खाया भी नहीं हूं और बिना खाए मैं टीका नहीं लगवाऊगा इसलिए उसने सोचा कि मुझे पकड़ कर ले जाएंगे. यह कहीं ऐसा तो नहीं कि मुझे पकड़ कर ले जाएंगे. विकास खंड अधिकारी ने आगे कहा कि फिर मैंने उसको समझाया. हमारी टीम के एक मेंबर ने जब उससे कहा कि आप को टीका लगवाना पड़ेगा तो उसने कहा कि नहीं लगावाऊंगा और उसी में वह नाविक कूद पड़ा और कूदकर उसने कहा कि तुम्हें पानी में डाल दूंगा. फिर टीम ने कहा कि यह टीका बहुत जरूरी है आपके स्वास्थ्य के लिए है लेकिन फिर वह भाग गया. हमारी टीम के एक मेंबर का मास्क भी छीन ले गया फिर हमने उसको समझाया और मेरे समझाने के बाद वो तैयार हो गया और उसने कहा कि सर मैं कल अवश्य टीका ले लूंगा.