वाशिंगटन। वाशिंगटन स्थित इकोसिख ने पर्यावरणीय कार्रवाई के माध्यम से जलवायु परिवर्तन से निपटने का संदेश फैलाने के लिए सीओपी28 जलवायु शिखर सम्मेलन से पहले 850 “पवित्र वन” लगाए हैं। इकोसिख के अध्यक्ष राजवंत सिंह ने कहा कि “पवित्र वन” पहल प्रकृति के सम्मान और पोषण के सिख धर्म के सिद्धांतों पर प्रकाश डालते हुए पारिस्थितिक बहाली के माध्यम से जलवायु समाधान को बढ़ावा देने का एक प्रभावी तरीका था।
इकोसिख को COP28 से इतर “शहरी ज्ञान: स्वदेशी ज्ञान और भविष्य के शहरों का प्रशासन” विषय पर एक फोराम में आमंत्रित किया गया है। विशेषकर आस्था समूहों द्वारा जमीनी स्तर पर पहल की तात्कालिकता पर सिंह ने कहा, “विनाशकारी बढ़ते तापमान के जवाब में हम सभी को तत्काल कार्रवाई करने की आवश्यकता है। हम जिन पारिस्थितिक आपदाओं का सामना कर रहे हैं, उनके समाधान खोजने के लिए हम किसी संस्था या सरकार का इंतजार नहीं कर सकते।” सिंह ने कहा, कई पर्यावरणीय समस्याओं वाले शहर लुधियाना में गुरु नानक के जन्मदिन पर देशी प्रजातियों के 1,313 पेड़ों के साथ 850वां “पवित्र वन” पूरा हुआ।
जलवायु परिवर्तन पर सिख समुदाय की प्रतिक्रिया के रूप में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के सहयोग से 2009 में स्थापित इकोसिख की भारत, आयरलैंड, अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन में शाखाएँ हैं।