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‘इमरजेंसी’ का विरोध कर रहे सिख समाज ने कंगना रनौत के खिलाफ की नारेबाजी

jantaserishta.com
17 Jan 2025 11:39 AM GMT
‘इमरजेंसी’ का विरोध कर रहे सिख समाज ने कंगना रनौत के खिलाफ की नारेबाजी
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मोहाली: अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' को लेकर सिख समाज उद्वेलित होकर अब सड़कों पर आ गया है। इस फिल्म पर बैन लगाने की मांग की जा रही है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस फिल्म के जरिए सिख समाज के लोगों को बदनाम करने की कोशिश की गई है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। प्रदर्शनकारियों ने अभिनेत्री के खिलाफ नारे भी लगाए।
प्रदर्शनकारी चरणजीत सिंह ने आईएएनएस से कहा, "आज की तारीख में कहीं पर सिख समुदाय से जुड़ा शख्स सुरक्षित नहीं है और इस फिल्म में सिख समाज के लोगों की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है, जो हम बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। मैं कहूंगा कि इस तरह की फिल्मों के पीछे एक साजिश है, ताकि पूरी दुनिया में सिख समाज को बदनाम किया जा सके। हर कोई जानता है कि सिख समाज का इतिहास गौरव भरा रहा है, जिसे कुछ लोग बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं और वे हमें साजिशन बदनाम करने की कोशिश में लगे हुए हैं। हम उनके इन नापाक मंसूबों को किसी भी कीमत पर पूरा नहीं होने देंगे।"
उन्होंने कहा कि सिख समाज ने इस फिल्म को बैन कराने के लिए मुख्यमंत्री सहित सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखा था। लेकिन, मौजूदा स्थिति को देखकर लगता है कि अभी तक इस दिशा में किसी भी प्रकार का कदम नहीं उठाया गया। हम फिर से इस मांग पर जोर देना चाहेंगे कि इस फिल्म को बैन किया जाए। कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो सिख समाज के समृद्ध इतिहास को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं और वे हमें लगातार बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं, प्रदर्शनकारी रंजिदर सिंह ने कहा, "हम यह प्रदर्शन इसलिए कर रहे हैं, ताकि अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म को बैन किया जाए। हमने इस संबंध में बीते दिनों जिलाधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा था। यह प्रदर्शन हम इसलिए कर रहे हैं, ताकि सरकार और प्रशासन तक हम अपना संदेश पहुंचा सकें। हालांकि, पंजाब में कई जगहों पर यह फिल्म बैन कर दी गई है।"
इसके अलावा, उन्होंने अभिनेत्री कंगना रनौत पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत हमेशा सिख समाज के विरोध में बयान देती है। अभिनेत्री साजिश के तहत सिख समाज को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। हमने केंद्र सरकार से भी मांग की थी कि इस फिल्म को बैन किया जाए।
प्रदर्शन में शामिल एक अन्य शख्स ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि नफरत का बीज बोने के मकसद से यह फिल्म लाई गई है। हमारे समाज को बदनाम करने के मकसद से यह फिल्म लाई गई है। हमने इस संबंध में केंद्र सरकार और राज्य सरकार को पत्र लिखकर फिल्म को बैन करने की मांग की है, ताकि सिख समाज की छवि को धूमिल होने से रोका जा सके। मैं पंजाब सरकार से अपील करता हूं कि समाज में नफरत के बीज को बोने से रोका जाए।
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