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श्री अकाल तख्त साहिब ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को बताया धार्मिक दुराचार का दोषी

Nilmani Pal
6 Dec 2021 9:58 AM GMT
श्री अकाल तख्त साहिब ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को बताया धार्मिक दुराचार का दोषी
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पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के पूर्व नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह को श्री अकाल तख्त साहिब ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 'तनखाइया' (धार्मिक दुराचार का दोषी) घोषित किया है। उन पर बरगाड़ी बेअदबी मामले में दोषियों को सजा न देने और बरगाड़ी इंसाफ मोर्चा (बीआईएम) को समाप्त करने के लिए कथित रूप से जिम्मेदार ठहराया गया है। पांच सिख उच्च पुजारियों के समानांतर समूह ने रविवार को अमरिंदर सिंह के खिलाफ कार्रवाई की। मिली जानकारी के अनुसार, सरबत खालसा द्वारा नियुक्त श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार भाई ध्यान सिंह मंड ने रविवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह को 'तनखाइया' घोषित किया। इससे पहले कार्यवाहक जत्थेदार भाई ध्यान सिंह मंड ने श्री अकाल तख्त साहिब पर अरदास अदा की। फिर हरिमंदिर साहिब परिसर में हुक्मनामा जारी करते हुए पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को तनखाइया करने का ऐलान किया।

कार्यवाहक जत्थेदार भाई ध्यान सिंह मंड ने कहा कि बरगाड़ी बेअदबी मामले में दोषियों को सजा न मिलने के कारण कैप्टन अमरिंदर सिंह सिख कौम के दोषी हैं, इसलिए सारी सिख कौम से अपील की गई है कि सिख पंथ कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ किसी भी तरह की सांझ न रखे। यहां तक कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को किसी भी जगह पर सम्मानित न किया जाए और न ही किसी स्टेज से या किसी कार्यक्रम में संबोधन करने दिया जाए। कैप्टन अमरिंदर सिंह पर आरोप है कि उन्होंने सिख संगत को झूठा सपना दिखाकर बरगाड़ी बेअदबी मामले के दोषियों को सजा देने का वादा करके आंदोलन खत्म करा दिया था, परंतु बाद में दोषियों को सजा नहीं मिली। इतना ही नहीं जत्थेदार ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को बार-बार श्री अकाल तख्त साहिब पर पेश होकर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया था, परंतु कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिर्फ एक पत्र भेजकर जिसमें स्थिति भी स्पष्ट नहीं थी मामले को उलझाने और दोषों से भागने की कोशिश की है। इस कारण वह श्री अकाल तख्त साहिब की प्राचीन मर्यादा के अनुसार सिख पंथ के दोषी हैं।

ध्यान सिंह मंड ने अपने हुक्म में कहा कि इस पर सारा सिख पंथ अमल करें। वहीं पंजाब के दो मंत्रियों और विधायकों को भी चुनाव आचार संहिता लगने तक का समय दिया जाता है कि बरगाड़ी के दोषियों को सजा दी जाए। अगर वह सजा नहीं देते हैं तो उनके खिलाफ भी श्री अकाल तख्त साहिब से धार्मिक हुक्मनामा जारी कर दिया जाएगा। 12 अक्तूबर 2015 को बरगाड़ी गांव के गुरुद्वारा साहिब के बाहर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूप की बेअदबी करने का मामला सामने आया था। इस घटना से सिख संगत में व्यापक स्तर पर रोष फैल गया था। लोगों में इस बात को लेकर रोष था कि बेअदबी की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों ने 1 जून 2015 को बरगाड़ी से सटे गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला के गुरुद्वारा साहिब से पावन ग्रंथ का स्वरूप चोरी किया और इसके बाद 24-25 सितंबर 2015 की रात को गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला में ही गुरुद्वारा साहिब के बाहर अश्लील शब्दावली वाला पोस्टर लगाकर पुलिस प्रशासन व सिख संगत को चुनौती दी थी।

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