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पूर्व पुलिस अधिकारी पर चौंकाने वाले खुलासे, 50 हजार सैलरी देकर रखा था कॉल गर्ल, डायरेक्टर का भी दिया पद

HARRY
9 Sep 2021 10:08 AM GMT
पूर्व पुलिस अधिकारी पर चौंकाने वाले खुलासे, 50 हजार सैलरी देकर रखा था कॉल गर्ल, डायरेक्टर का भी दिया पद
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नौकरी छोड़ने के लिए कहा था.

मनसुख हिरेन हत्याकांड और एंटीलिया केस में आरोपी और मुंबई पुलिस के पूर्व अधिकारी सचिन वाजे को लेकर एक के बाद एक कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. इसी बीच एनआईए की चार्जशीट में खुलासा हुआ कि वाजे एक कॉल गर्ल को हर महीने 50 हजार रुपए सैलरी देता था. इतना ही नहीं उसने महिला को कंपनी में डायरेक्टर भी बना रखा था.

महिला ने एनआईए से पूछताछ में यह खुलासा किया है. उसने बताया कि वह महिला एस्कॉर्ट थी. वह पहली बार सचिन वाजे से 2011 में एक फाइव स्टार होटल में मिली थी. तब से वह वाजे के लगातार संपर्क में थी. शुरुआत में वाजे ने महिला को अपना नाम कुछ और बताया था. लेकिन बाद में वाजे ने अपना सही नाम बताया.
कंपनी में डायरेक्टर थी महिला
महिला ने पूछताछ में जांच एजेंसी को बताया कि उसे वाजे ने एक कंपनी में डायरेक्टर बनाया था. हालांकि, पूछताछ में उसने कहा कि उसे ये नहीं पता कि कंपनी के खाते में जमा किए गए 1.25 करोड़ रु कहां से आए थे.
NIA ने पिछले हफ्ते एंटीलिया केस और मनसुख हिरेन की हत्या से संबंधित मामलों में चार्जशीट दायर की है. इसमें महिला के बयान का भी जिक्र किया गया है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर फरवरी में एक एसयूवी में विस्फोटक मिला था. यह कार मनसुख हिरेन की थी, जो कुछ दिन पहले चोरी हुई थी. इसके कुछ दिन बाद मनसुख हिरेन का शव मिला था. इन दोनों मामलों में सचिन वाजे आरोपी है.
वाजे ने नौकरी छोड़ने के लिए कहा था
महिला ने अपने बयान में दावा किया है कि वह 2011 से वाजे को जानती है. वाजे ने उससे एस्कॉर्ट की नौकरी छोड़ने के लिए कहा था. इसके बदले में वह उसे अगस्त 2020 से हर महीने 50 हजार रु दे रहा था. इतना ही नहीं वाजे ने उसे इस कमाई से दो मालिकाना फर्म खोलने की सलाह भी दी थी. महिला ने बताया कि वाजे ने उसे 50 हजार रु की राशि के अलावा कोई नकद पैसा नहीं दिया. हालांकि, उसके बचत खातों या दो फर्मों के चालू खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए थे.
मुंबई के एक फाइव स्टार होटल के सीसीटीवी फुटेज से जुड़े सवाल पर महिला ने बताया कि वाजे ने 18 से 19 फरवरी के बीच गिनने के लिए उसे 40 लाख और 36 लाख रुपये के नोट दिए थे. वहीं, महिला से जब RTGS के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि वह उन संस्थाओं के बारे में नहीं जानती, जिनसे पैसे उसके खातों में ट्रांसफर किए गए थे.
नहीं पता क्यों बनाई गई फर्म?
मयंक ऑटोमेशन नाम की एक अन्य फर्म के चालू खाते में 1.25 करोड़ रुपए जमा किए जाने के सवाल पर महिला ने बताया कि उसे इस बारे में नहीं पता. महिला ने कहा, वाजे को इस बारे में पता होगा. मैं वाजे को खाते में लेन देन के लिए साइन के साथ ब्लैंक चेक देती थी.
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