उन्होने आगे कहा, "कल जबलपुर में पूरे प्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों के छात्रों ने प्रदर्शन किया। अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रहे नर्सिंग छात्रों पर वाटर कैनन का उपयोग कर शिवराज सरकार ने अपना तानाशाही चेहरा उजागर कर दिया है। मैं शिवराज से पूछना चाहता हूं कि सजा फरियादी को मिलनी चाहिए या अपराधी को? असली अपराधी तो आप हैं। आप जिन छात्रों पर वाटर कैनन चला रहे हैं, वह तो पीड़ित हैं। आपने फर्जी कॉलेजों को मान्यता दी और उससे नर्सिंग घोटाला हुआ। तीन साल से परीक्षाएं न होने से छात्र परेशान हो रहे हैं और अपने भविष्य के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के छात्र आपसे पूछ रहे हैं कि आपको इस अपराध के लिए क्या दंड दिया जाए?" कमलनाथ ने कुछ सवाल करते हुए पूछा, "नर्सिंग घोटाले के सूत्रधार आप नहीं तो और कौन है? अगर आप सूत्रधार नहीं हैं तो आपने आज तक संबंधित विभाग के मंत्री से इस्तीफा क्यों नहीं लिया? अगर आप सूत्रधार नहीं है तो आखिर कैसे 100 से अधिक नर्सिंग कॉलेज को गलत तरीके से मान्यता मिल गई? अगर आप सूत्रधार नहीं है तो हाई कोर्ट से सख्त फैसला आने के बावजूद आपने आज तक कोई बड़ी कार्यवाही क्यों नहीं की? नर्सिंग घोटाले में आपका भ्रष्टाचार का रेट कार्ड क्या था?"
कमलनाथ ने चेतावनी दी और कहा, शिवराज जी याद रखिए कि इन छात्रों के साथ आपने जो अन्याय और भ्रष्टाचार किया है, उसका हिसाब बहुत जल्द मध्य प्रदेश की जनता करने वाली है।