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राज ठाकरे पर लगातार हमलावर है शिवसेना, संजय राउत का आया बयान

jantaserishta.com
6 May 2022 2:37 AM GMT
राज ठाकरे पर लगातार हमलावर है शिवसेना, संजय राउत का आया बयान
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पुणे: महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर को लेकर विवाद लगातार जारी है. अब शिवसेना नेता संजय राउत ने लाउडस्पीकर विवाद पर मनसे प्रमुख राज ठाकरे पर निशाना साधा है. संजय राउत ने कहा, इससे पहले जब विलासराव देशमुख, पृथ्वीराज चव्हाण और देवेंद्र फडणवीस सीएम थे, तब मस्जिदों में लाउडस्पीकर का मुद्दा कभी नहीं उठाया गया.

संजय राउत पुणे में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कहा, लाउडस्पीकर को लेकर हर तरफ राजनीति हो रही है, बाला साहेब ठाकरे के पुराने वीडियो को शेयर किया जा रहा है, जिसमें वे मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर बोल रहे हैं. उन्होंने पूछा कि यह मुद्दा पिछले 50 साल में क्यों नहीं उठाया गया.
संजय राउत ने कहा, मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कभी लाउडस्पीकर के मद्दे पर बात नहीं की. लेकिन अब वे इस मुद्दे को उठा रहे हैं, क्योंकि उनके भाई उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के सीएम हैं. राउत ने कहा, बालासाहेब ठाकरे ने महाराष्ट्र में मुस्लिम मुख्यमंत्री को स्वीकार किया, कई युवा नहीं जानते होंगे कि बाला साहेब के सबसे पसंदीदा सीएम अब्दुल रहमान अन्तुले थे.
संजय राउत ने कहा, जब बाला साहेब से पूछा गया कि जब शिवसेना सत्ता में आएगी, तो वे कैसा सीएम चाहेंगे. इस पर उन्होंने जवाब दिया था अब्दुल रहमान अन्तुले जैसा. जो तुरंत फैसले ले और जिसकी प्रशासन पर अच्छी कमांड हो.
इससे पहले राज ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे का एक पुराना वीडियो शेयर किया था. इसमें वे कहते नजर आ रहे हैं कि जब उनकी सरकार आएगी, तो मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जाएंगे. इस वीडियो में बाला साहेब शिवसेना कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कह रहे हैं कि धर्म को राष्ट्र के विकास के रास्ते में नहीं लाना चाहिए. इस वीडियो में वे आगे कह रहे हैं, लोगों को कोई असुविधा महसूस नहीं होनी चाहिए.
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर को लेकर घमासान मचा है. दरअसल, राज ठाकरे ने अल्टीमेटम दिया था कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए, तो मनसे कार्यकर्ता मस्जिदों के सामने लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. इतना ही नहीं राज ठाकरे ने 4 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि वे इस अभियान को तब तक जारी रखेंगे, जब तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए नहीं जाते. उन्होंने कहा था कि यह धार्मिक नहीं सामाजिक मुद्दा है.
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