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शरद पवार पर हमला, बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कही ये बात
jantaserishta.com
9 Oct 2022 11:53 AM GMT
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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान
नई दिल्ली: राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार के बॉलीवुड को लेकर दिए गए बयान के बाद बवाल मच गया है। बीजेपी ने बयान की निंदा करते हुए पूछा है कि आखिर वोट बैंक के नाम पर कला और सिनेमा को क्यों विभाजित किया जा रहा है। मालूम हो कि एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पवार ने शनिवार को कहा था कि मुस्लिम अल्पसंख्यकों ने बॉलीवुड में सबसे ज्यादा योगदान दिया है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट किया, ''दादासाहेब फाल्के, किशोर कुमार, लता मंगेशकर, आशा भोसले, स्मिता पाटिल, माधुरी दीक्षित आदि का क्या?"
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, ''तो आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन कला और सिनेमा का धर्म होता है पवार साहब? लेकिन हम उस पार्टी से क्या उम्मीद कर सकते हैं, जिसके मंत्री नवाब मलिक डी कंपनी के साथ संबंधों के लिए जेल में हैं। पहले वे देश को हिंदू मुस्लिम में बांटते हैं.. फिर कक्षाओं को बांटते हैं.. वे राजस्थान में बिजली को भी बांटते हैं.. अब कला/सिनेमा बांट रहे हैं, जोकि दुख की बात है।'' वहीं, शरद पवार के बयान का विरोध करते हुए, बीजेपी नेता राम कदम ने अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना, किशोर कुमार, लता मंगेशकर का जिक्र किया और पूछा कि क्या वह इंडस्ट्री में उनके योगदान से इनकार कर सकते हैं? उन्होंने कहा, "दादा साहब फाल्के ने इंडस्ट्री स्थापित की। क्या वे वोट बैंक की राजनीति के लिए कला या प्रतिभा को धर्म के नाम पर विभाजित करना चाहते हैं। इस विचार के पीछे साजिश क्या है?"
इससे पहले, कश्मीर फाइल्स के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने भी शरद पवार के बयान पर प्रतिक्रिया दी थी और कहा कि जब वह मुंबई आए तो शरद पवार राजा थे। अग्निहोत्री ने ट्वीट किया, "किसी भी राजा की तरह, उनकी पार्टी ने भी टैक्स एकत्र किया। कई बॉलीवुडियों ने उदारता से योगदान दिया। बदले में उन्हें अपना किंग्डम बनाने की अनुमति दी गई। मुझे हमेशा आश्चर्य होता है कि वे लोग कौन थे? शरद पवार के बयान ने मेरे सभी संदेहों को दूर कर दिया।'' एक अन्य ट्वीट में अग्निहोत्री ने लिखा, '' हाहाहा, शर्मनाक, भगवान इन्हें जन्नत दे, क्योंकि इन्होंने अपनी बरसों की जहन्नुम इसी जन्म में बिताई है।''
दरअसल, शरद पवार ने दावा किया था कि बॉलीवुड में सबसे बड़ा योगदान मुस्लिम समुदाय का रहा है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यकों और उर्दू भाषा ने देश के सभी क्षेत्रों में योगदान दिया है। आज सभी क्षेत्रों में चाहे कला हो, लेखन हो या कविता हो, सबसे ज्यादा योगदान अल्पसंख्यकों का है और उर्दू भाषा से आया है। बॉलीवुड को शीर्ष पर ले जाने में मुस्लिम अल्पसंख्यकों का सबसे ज्यादा योगदान है।
So terrorists have no religion but art & cinema has a religion Pawar Saheb? And what about Dadasaheb Phalke, Kishore Kumar, Lata Mangeshkar, Asha Bhosle,Smita Patil, Madhuri Dixit,etc? Why divide art/cinema also in name of votebank? Acknowledge everyone's contribution Sir 1/n pic.twitter.com/H7oQDHLCA7
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) October 9, 2022
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