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बेशर्मी! कर्मचारी ने कोरोना वैक्सीन के नाम पर मांग ली रिश्वत, फिर...

jantaserishta.com
26 Sep 2021 11:18 AM GMT
बेशर्मी! कर्मचारी ने कोरोना वैक्सीन के नाम पर मांग ली रिश्वत, फिर...
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नोएडा. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा के सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल में एक व्यक्ति को वैक्सीन (Vaccine) लगवाने के नाम पर कर्मचारी द्वारा कथित रूप से रुपए मांगने का मामला सामने आया है. जानकारी और सबूत मिलने पर अस्पताल प्रशासन ने कर्मचारी को ड्यूटी से हटा दिया. जानकारी के अनुसार, जिला अस्पताल में वैक्सीन लगवाने आए कपिल (Kapil) नामक एक व्यक्ति का स्लॉट बुक नहीं था, लेकिन मौके पर स्लॉट बुक होने की उम्मीद में उन्होंने टोकन ले लिया था. हालांकि, बाद में दूसरी खुराक के ऑन द स्पॉट स्लॉट न खुलने की जानकारी देकर उन्हें लौटा दिया गया.

उन्होंने कहा कि वह हेल्पडेस्क पर पहुंचे, जहां नियुक्त कर्मचारी राशिद ने स्लॉट बुक कराकर उन्हें टीका लगवाने की बात करते हुए 400 रुपये की मांग की. इसकी शिकायत कपिल ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.सुषमा चंद्रा से की, जिसके बाद कपिल को दोबारा हेल्प डेस्क पर भेजा और कर्मचारी द्वारा टीके के लिए 200 रुपए लेते मोबाइल पर वीडियो बना लिया. सुषमा ने बताया कि कर्मचारी राशिद को ड्यूटी से हटा दिया गया है और चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखकर कर्मचारी की सेवाएं समाप्त करने के लिए कहा गया है.
बता दें कि नोएडा में इन दिनों घूस लेने के मामले बढ़ गए हैं. बीते दिनों नोएडा थाना बीटा-2 क्षेत्र में स्थित एक होटल में ठहरे लड़का-लड़की के साथ मारपीट करने, उनसे और होटल संचालक से रिश्वत लेने के आरोप में पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था. अपर पुलिस उपायुक्त (जोन तृतीय) विशाल पांडे ने बताया कि थाना बीटा-दो क्षेत्र के एक होटल में एक लड़का-लड़की आकर ठहरे थे.
उन्होंने बताया कि इसी बीच एक पुलिसकर्मी वहां पर पहुंच गया. उसने होटल में लड़का-लड़की के रुके होने की जानकारी ली और चला गया. इसके बाद उसने अपने अन्य पुलिसकर्मी साथियों को फोन करके मौके पर बुला लिया. उन लोगों ने जबरदस्ती करते हुए होटल संचालक और लड़का-लड़की को परी चौक पुलिस चौकी लेकर आ गये. अपर उपायुक्त विशाल पांडे ने बताया कि चौकी में युवक और युवती के परिजन को भी बुलाया गया. उन्हें छोड़ने के एवज में परिजन तथा होटल संचालक से 70 हजार रुपए रिश्वत के तौर पर ले लिये गये.
उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल होने के बाद इसकी जांच सहायक पुलिस आयुक्त प्रवीण कुमार को सौंपी गई है. अपर उपायुक्त ने बताया कि जांच अधिकारी प्रवीण कुमार की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस आयुक्त ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए हेड कांस्टेबल राजेंद्र सिंह, कांस्टेबल सचिन बालियान व कांस्टेबल अंकित कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.


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