भारत

बच्चियों का यौन शोषण: स्कूल में तोड़फोड़, ट्रेनें रोकीं, फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलेगा

jantaserishta.com
20 Aug 2024 12:47 PM GMT
बच्चियों का यौन शोषण: स्कूल में तोड़फोड़, ट्रेनें रोकीं, फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलेगा
x
भीड़ पर लाठीचार्ज.
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के बदलापुर में स्कूली छात्राओं से दुष्कर्म के बाद पूरे शहर में बवाल मच गया है. लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए रेलवे स्टेशन का भी घेराव किया और रेलवे ट्रैक को रोक रखा है. ऐसे में रेल ट्रैक को खाली कराने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारी भीड़ पर लाठीचार्ज किया है.
ठाणे के बदलापुर में स्थित आदर्श विद्यालय के शिशु वर्ग में पढ़ने वाली दो बच्चियों के साथ सफाई ठेकेदार के कर्मचारी ने छेड़छाड़ की थी. इस घटना से गुस्साए लोग स्कूल के सामने मंगलवार को प्रदर्शन कर रहे थे. देखते ही देखते प्रदर्शन कर रहे लोगों की संख्या बढ़ती गई और पूरे शहर में आक्रोशित लोगों की भीड़ बैनर-पोस्टर लेकर निकल आई. इसके बाद लोगों ने रेलवे स्टेशन का घेराव शुरू कर दिया.
इस मामले पर प्रदर्शन कर रही गुस्साई भीड़ ने कुछ अहम मांगें रखी हैं. प्रदर्शनकारियों ने खासतौर पर कानूनी कार्यवाही में तेजी लाने के लिए फास्ट-ट्रैक कोर्ट बनाने और आरोपी को कठोर सजा देने या फांसी देने की मांग की है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ही मामला चलेगा और आरोपी को सख्त सजा दी जाएगी.
प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि पुलिस टीम ने कार्रवाई में देरी की थी और ऐसा करने वाले अधिकारियों को सस्पेंड किए जाने की मांग की थी. डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने प्रदर्शनकारियों की ये मांग स्वीकार करते हुए, पुलिस कमिश्नर को देरी से प्रतिक्रिया देने वाले अधिकारियों - सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर, एसिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर और हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड करने का निर्देश दिया. इस मामले में सीएम एकनाथ शिंदे ने भी जांच के आदेश दिए थे और उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
डीसीपी सुधाकर पठारे ने शहरवासियों से सहयोग की अपील की है. उन्होंने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद साढ़े तीन घंटे के अंदर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. कोर्ट ने उसे पुलिस हिरासत में भी भेज दिया है. डीसीपी पठारे ने शहरवासियों से अपील की है कि वे जांच में पुलिस का सहयोग करें, ताकि इस गंभीर मामले की तह तक पहुंचा जा सके और न्याय सुनिश्चित हो सके.
डीसीपी ने स्पष्ट किया है कि अगर कोई शहर बंद या आंदोलन का आयोजन करता है, जिससे जांच में बाधा उत्पन्न हो सकती है, तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी. पुलिस इस मामले में कोई ढिलाई नहीं बरतेगी और दोषियों को सजा दिलाने के लिए पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है.

Next Story