फाइल फोटो
एक समय था जब वैश्यावृत्ति का धंधा खुल्लम खुल्ला चलता था लेकिन वक्त के साथ इस धंधे को गैरकानूनी माना जाने लगा जिसके बाद प्रशासन ने इस पर नकेल कसना शुरू कर दी। मौजूदा समय में वेश्यावृत्ति को पूर्ण रुप से बंद कर दिया गया। लेकिन क्या सच में जिस्मफरोशी का काला कारोबार बन्द हुआ है..? आप जिसे सेक्स रैकेट के नाम से जानते हैं जिसे पुलिस प्रशासन की नजर में बहुत ही कलंकित स्थान माना जाता है लेकिन आपको बताते चलें कि आज वैश्यावृत्ति के अड्डे पूरे शहर भर में आपको देखने को मिल जाएंगे क्योंकि वैश्यावृत्ति के अड्डे अब स्पा सेंटरों (Z Spa) के नाम से संचालित हो रहे हैं।
नाम न छापने की शर्त पर पुलिस को ठीक-ठाक पद पर बैठे एक नुमाइंदे ने बताया Z Spa में जो कुछ भी हो रहा है सब प्रशासन की मिलीभगत से हो रहा है प्रशासन इन सबसे कतई परहेज नहीं करता इन कामों से प्रशासन के पास बाकायदा महीना पहुंचता है।
हमें सूचना मिली कानपुर स्वरूप नगर थाना अंतर्गत प्रखर हॉस्पिटल के पास मारुति सुजुकी के शोरूम वाली गली में Z Spa की आड़ में सेक्स रैकेट संचालित हो रहा है। हमारे हाथ पुख्ता सबूत भी लग गए एसपी पश्चिम डॉक्टर अनिल कुमार को और कानपुर के डीआईजी/एसएसपी को सूचना दी गई।
सूचना के करीब 2 घंटे बाद पुलिस पहुंची तब तक स्टाफ और संचालक स्पा में ताला मार कर मौके से भाग चुका था। उसी में काम करने वाला एक नाबालिक लड़का पकड़ में आया( जिसका नाम आयुष था)। एसपी वेस्ट डॉक्टर अनिल कुमार के द्वारा अन्य थाने की फोर्स को छापेमारी के लिए भेजा गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने नाबालिक युवक आयुष जोकि संचालक का साला उससे पूछताछ की तो पता चला उसका जीजा और दीदी स्पा की आड़ में सेक्स रैकेट संचालित करते हैं।
संदेह था कि क्षेत्रीय पुलिस की मिलीभगत के चलते रैकेट संचालित हो रहा है जिस कारण डॉक्टर अनिल कुमार एसपी वेस्ट काकादेव पुलिस को छापेमारी के लिए भेजा लेकिन छापेमारी करने पहुंची अन्य थाने की पुलिस तो पुलिस स्वरूप नगर पुलिस के साथ हाथ मिलाती नजर आई।
लोगों को संदेह था कि केवल मालिक ही ताला लगा कर नौ दो ग्यारह हुआ है बाकी स्टाफ अंदर ही मौजूद है पुलिस ने संदेह के आधार पर नाबालिग युवक आयुष को स्वरूप नगर के ही दो सिपाहियों के साथ उसकी दीदी के घर से चाभी लाने को कहा सिपाहियों ने शादी के साथ उस युवक को मौके पर ना लाकर उसे थाने लेकर चले गए और सांठगांठ करके वापस ले आए जिसका वीडियो हमारे पास मौजूद है। पुलिस ने ताला खुलवा कर स्पा सेंटर के अंदर एंट्री की लेकिन मीडिया की एंट्री से परहेज किया और कहा केवल दो पत्रकारों को ही अंदर भेजिए। फिर शुरू हुआ असली खेल…
दरअसल छापेमारी करने पहुंची पुलिस तो ताला खुलने के बाद छापेमारी कर ही नहीं रही थी पुलिस तो केवल महज खानापूर्ति कर रही थी। ओके से कई आपत्तिजनक सामग्री जैसे कि शराब की बोतलें व अन्य कई चीजें बरामद हो सकती थी लेकिन पुलिस ने एक एक चीज को हटाकर देखना उचित नहीं समझा क्योंकी पुलिस तो वहां पर महज खानापूर्ति करने पहुंची थी।
छापेमारी करने पहुंची पुलिस पुख्ता सबूत के बाद भी पुलिस ने Spa मालिक को गिरफ्तार किया ना ही स्पा सेंटर को बंद करवाया। पुलिस की इस तरह की कार्यशैली से कहीं ना कहीं यह बात साबित होती है कि Z Spa की आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट में कहीं ना कहीं पुलिस की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है।
जिस कारण पुलिस ने स्पा सेंटर के मालिक के खिलाफ अभी तक कोई कड़ी कार्यवाही नहीं की ना ही स्पा सेंटर कोशिश किया और जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए मौके से नौ दो ग्यारह हो गई। हालांकि सीओ स्वरूप नगर ने साक्ष्यों के आधार पर कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया।