उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के जसवंतनगर में होली के मौके पर नगला नरिया में खून की होली खेली गई, जिसमें दो लोगों की जान चली गई. मरने वालों में एक परिवार के मुखिया का पुत्र और दूसरा नौकर है. घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. वृजेश सिंह और एसपी सिटी फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने बारीकी से परिजनों से पूछताछ की. पूर्व प्रधान मंडी आढतिया अमलेश कुमार यादव ने बताया कि उनका पुत्र गुरवेश उर्फ मयंक उम्र 21 वर्ष शनिवार शाम गोवर्धन मधुरा परिक्रमा करने के लिए रिश्तेदारों और गांव के लोगों के साथ गया था. वह रविवार की सांय 5 बजे घर वापस लौटा और सो गया. रात्रि करीब 11 बजे उसके पिता ने खाने के लिए फोन किया तो उसने मना कर दिया कि वह सो रहा है. वहीं उनका नौकर मुकेश कुमार 30 वर्ष सो रहा था.
सोमवार की सुबह 6 बजे उसके भाई कृपाल सिंह उठे और उन्होंने नीचे आकर खिड़की खोली तो सामने ही दुपट्टे से लटका उसके नौकर मुकेश का शव देखा. जब वह अंदर गये और लाइट जलाई तो चादर से ढका हुआ मयंक का लहुलुहान शव देखा. इस शव के पास एक कुल्हाडी भी मिली. दोनों ही मृत अवस्था में थे. इस घटना की जानकारी उन्होंने परिजनों को दी तथा परिवार के अन्य लोगों को भी बताया.
इसके बाद इसकी जानकारी पुलिस को दी गई. घटना का पता चलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. बृजेश कुमार सिंह, एसपी सिटी प्रशांत कुमार सहित कोतवाली जसवंत नगर व अन्य थानों की फोर्स नगला नरिया की ओर दौड़ पड़ी. फॉरेसिंक विशेषज्ञ व डाग स्क्वायड भी मौके पर पहुंचा और टीमों ने घटनास्थल का मुआयना किया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि घर मे जितने गेट लगे हैं कोई गेट खुला नहीं था. जिसमें दोनों की मृत्यु हुई है. एक पर कुल्हाडी का बार है तथा दूसरे मे दुपटटे से फंदा लगाया हुआ है.