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सेंसिटिव, गर्भवती और दिव्यांग कर्मचारी करेंगे वर्क फ्रॉम होम, राज्य सरकार का आदेश
Deepa Sahu
1 May 2021 6:39 PM GMT
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कोरोना की दूसरी लहर
कोरोना की दूसरी लहर के बीच हरियाणा सरकार ने शनिवार को संक्रमण के लिहाज से संवेदनशील (Sensitive), गर्भवती और दिव्यांग कर्मचारियों (विकलांगों) को काम पर नहीं बुलाने का फैसला लिया है. यहां तक कि जरूरी सेवा में शामिल होने पर भी इन्हें छूट दी गई है. सरकार ने इसकी जानकारी दी. सरकारी निर्णय के अनुसार, जरूरत पड़ने पर वे घर से ही काम कर सकते हैं बशर्ते कि उनके पास जरूरी बुनियादी ढांचा (Necessary Infrastructure) मौजूद हो .
सरकारी बयान में कहा गया है कि ऐसे सभी कर्मचारियों को ये छूट अगले आदेश तक जारी रहेगी. बयान में कहा गया है कि कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुये, डिप्रेशन, ब्लड प्रेशर, दिल या फेफड़े की बीमारी (Heart or Lung Disease), कैंसर और अन्य ऐसी बीमारियों से पीड़ित कर्मचारी जिनकी उम्र 50 साल या उससे ज्यादा है और जिन्हें संक्रमण का ज्यादा खतरा है, उन्हें किसी ऐसे काम में नहीं लगाया जायेगा, जहां जनता के साथ सीधा संपर्क करने की जरूरत पड़ती है.
सभी गर्भवर्ती महिलाओं को घर से काम करने की सलाह
आदेश में कहा गया है, इसी प्रकार सभी नियमित, ठेके पर, आउटसोर्स से, दैनिक या एडहॉक पर काम करने वालीं सभी गर्भवर्ती महिलाओं को भी घर से काम करने की सलाह दी गई है. इससे पहले, राज्य में सभी शैक्षणिक संस्थान (Educational Institutions) 31 मई तक बंद रखने का फैसला लिया गया है. इस आदेश के बाद सरकारी या प्राइवेट संस्थानों, कोचिंग संस्थानों, पुस्तकालयों और प्रशिक्षण संस्थानों (Training Institutes) को भी 31 मई तक बंद रखा जाएगा. इसी दौरान, सरकार ने कहा है कि महिला और बाल विकास के तहत सभी आंगनवाड़ी केंद्र और शिशुगृह भी 31 मई तक बंद रहेंगे.
हरियाणा में कोरोना संक्रमण के हालात
हरियाणा में शनिवार को कोरोना संक्रमण के 13,588 नए मामले सामने आए हैं और 125 लोगों की मौत हो चुकी है. इसी के साथ, बीते दिन राज्य में 8,509 लोग इस बीमारी से ठीक भी हुए हैं. राज्य में इस समय एक्टिव मामलों की संख्या 1,02,516 है. राजधानी चंडीगढ़ में 799 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले, जबकि 11 मरीजों की मौत हो गई, जिससे मरने वाले मरीजों की संख्या 489 पहुंच गई है. वहीं, पूरे देश में शनिवार को एक दिन में पहली बार 4 लाख से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए हैं और एक बार फिर 3,500 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है.
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