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OMG! तीन फेरीवालों की हत्या से फैली सनसनी, शरीर पर नहीं थे एक भी कपड़े
jantaserishta.com
13 Oct 2024 4:27 AM GMT
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इलाके के लोग दहशत में.
पश्चिम सिंहभूम: झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के बंदगांव में बीते दिनों तीन फेरीवालों की हत्या कर दी गई थी. जिससे इलाके में सनसनी फैल गई थी.वहीं, अब एक बार फिर एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या की खबर से बंदगांव में सनसनी फैल गई और इलाके के लोग दहशत में आ गए हैं.
ताजा मामले में बंदगांव प्रखंड के टेबो थाना क्षेत्र के चम्पाबा पंचायत के सियांकेल गांव में एक बुजुर्ग दंपत्ति समेत 24 वर्षीय बेटी की डायन बिसाही के आरोप में धारदार हथियार से काटकर निर्मम हत्या कर दी गई. तीनों शव के शरीर पर एक भी कपड़े नहीं थे. सभी शव के सिर और गर्दन में धारदार हथियार से कटे होने का निशान पाया गया है.
घटना गुरुवार रात की बताई जा रही है. जिन लोगों की हत्या की गई है उनमें पति डुग्लू पूर्ति 57 वर्ष, पत्नी सुकबरो पूर्ति 48 वर्ष और बेटी डस्किर पूर्ति 24 वर्ष शामिल हैं. सभी बंदगांव प्रखंड के टेबो थाना क्षेत्र के सियांकेल गांव के रहने वाले हैं. मृतक दंपति के भतीजे हरी प्रकाश पूर्ति ने शक जाहिर करते हुए कहा है कि उनके चाचा-चाची और चचेरी बहन की डायन बिसाही के आरोप में हत्या की गई होगी.
बताया जाता है कि 10 अक्टूबर की रात को अज्ञात हमलावरों ने तीनों को उनके घर से खींचकर बाहर निकाला और उसके बाद उनकी धारदार हथियार से काटकर निर्मम हत्या कर दी. इसके बाद हत्यारों ने साक्ष्य मिटाने के लिए तीनों के शव को दूर जंगल के चुरिनकोचा पहाड़ी में ले जाकर फेंक दिया था. लेकिन किसी तरह इस घटना की जानकारी बंदगांव के एक आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाली मृतक डुग्लू पूर्ति की छोटी बेटी ददकी पूर्ति को लग गयी. इसके बाद मृतक की बेटी और भतीजे ने मिलकर इसकी सूचना पुलिस को दी.
जिसके बाद पुलिस ने मामले का सत्यापन किया और उसके बाद तीनों शव को जंगल से बरामद कर लिया. शव जब बरामद किया गया तो घटना स्थल पर तीनों शव पूरी तरह से नग्न अवस्था में था. तीनों शव के ऊपर एक भी कपड़ा नहीं था. शव के सिर और गर्दन में धारदार हथियार से काटे जाने का निशान पाया गया.
पुलिस तीनों की हत्या के पीछे डायन बिसाही के आरोप से फिलहाल इनकार कर रही है. पुलिस का कहना है कि इस हत्याकांड को लेकर जांच चल रही है और पुलिस हत्या के कारणों के हर बिंदु पर अनुसंधान कर रही है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही हत्याकांड का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
डाकन या डायन प्रथा एक कुप्रथा थी, जो पहले राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में काफी प्रचलित थी. इसमें ग्रामीण औरतों पर डाकन यानी अपनी तांत्रिक शक्तियों से नन्हें शिशुओं को मारने का आरोप लगाकर निर्दयतापूर्ण मार दिया जाता था. इस प्रथा के कारण सैकड़ों स्त्रियों को मार दिया जाता था. हालांकि बाद में इस कुप्रथा को कानून बनाकर रोक दिया गया था. लेकिन कुछ राज्यों में इससे जुड़ी खबरें अब भी आती रहती हैं.
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