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BIG BREAKING: वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर फिर चर्चा में, कांग्रेस पार्टी को दे दी ये नसीहत

jantaserishta.com
23 Dec 2024 9:15 AM GMT
BIG BREAKING: वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर फिर चर्चा में, कांग्रेस पार्टी को दे दी ये नसीहत
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फाइल फोटो

नई दिल्ली: अकसर अपने विवादित बयानों के चलते चर्चा में रहने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने अपनी जीवनी का दूसरा अंश 'A Maverick in Politics' रिलीज किया है। इसमें उन्होंने कांग्रेस के भविष्य, गठबंधन राजनीति समेत कई अहम मुद्दों पर भी बात की है। इस तरह अय्यर ने अपनी राजनीतिक जीवनी के साथ ही कांग्रेस से भी जुड़ी कई चीजों को उजागर किया है। इस बीच पुस्तक पर चर्चा के दौरान अय्यर ने प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की तुलना नेहरू और पटेल की जोड़ी से की है। अय्यर ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के बारे में लिखने वाले लोगों ने नेहरू और पटेल की सराहना की थी। उन लोगों ने लिखा था कि इस जोड़ी ने ही देश को खड़ा किया और शासन किया। दोनों को तब के जानकारों ने एक-दूसरे का पूरक बताया था।
मणिशंकर अय्यर ने 'इंडियन एक्सप्रेस' को दिए इंटरव्यू में कहा, 'प्रियंका गांधी पिछले 6 सप्ताह से सांसद हैं। अब हम उनमें भविष्य देखते हैं। नेहरू और पटेल की जोड़ी ने देश को खड़ा किया था। मुझे विश्वास है कि वैसी ही जोड़ी राहुल और प्रियंका की भी होगी। मुझे लगता है कि ये दोनों अगले 30 सालों तक कांग्रेस का चेहरा रहेंगे। मैं दोनों के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं देखता। उन लोगों ने तय भी कर लिया होगा कि कैसे रहना है। फैमिली की ओर से कांग्रेस का चेहरा राहुल गांधी रहेंगे, लेकिन पार्टी में अहम योगदान प्रियंका गांधी का रहेगा। उन दोनों को अलग करने का कोई भी प्रयास सफल नहीं होगा। भविष्य में हम राहुल गांधी और प्रियंका की कांग्रेस देखेंगे।'
कांग्रेस लीडर ने इंटरव्यू में पार्टी को एक नसीहत भी दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह नहीं सोचना चाहिए कि उसके अलावा कोई अन्य लीडर INDIA अलायंस का नेतृत्व नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, ‘यह बहुत जरूरी सवाल फिलहाल नहीं है। फिर भी मैं कहूंगा कि कांग्रेस को INDIA ब्लॉक के लीडर का पद छोड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए। जो भी नेता बनना चाहे, उसे बनने दिया जाए। ममता बनर्जी में ऐसा करने की क्षमता है। दूसरे नेताओं में भी अलायंस का नेतृत्व करने का दम है और वे जरूरी प्रतिभा रखते हैं। इसलिए मैं मानता हूं कि यह अहम बात नहीं है कि गठबंधन का नेतृत्व कौन करे। कांग्रेस केंद्रीय भूमिका में तो रहेगी ही। मुझे लगता है कि भले ही राहुल गांधी अलायंस के मुखिया न रहे, लेकिन उनका सम्मान उससे भी ज्यादा रहेगा।’
बता दें कि मणिशंकर अय्यर ने पिछले दिनों यह भी कहा था कि उनका करियर यदि गांधी परिवार ने बनाया तो उसी ने बिगाड़ा भी। उनका कहना था कि वह लंबे समय से सोनिया गांधी और राहुल गांधी से बात नहीं कर पाए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणियां किए जाने समेत ऐसे कई बयान रहे हैं, जब अय्यर ने कांग्रेस को ही फंसा दिया। माना जाता है कि उनके लगातार विवादों में रहने के कारण ही पार्टी ने उनसे दूरी बना ली।
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