पुणे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र विधान परिषद में पार्टी के नेता शरद रणपिसे का बृहस्पतिवार को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। सूत्रों ने इस आशय की जानकारी दी। पार्टी नेता ने बताया कि कुछ दिन पहले रणपिसे (71) को दिल का दौरा पड़ा था और उनका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। महाराष्ट्र कांग्रेस ने ट्वीट किया, ''कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद में समूह के नेता शरण रणपिसे के निधन से कांग्रेस को बहुत क्षति पहुंची है। पार्टी ने एक अध्ययनशील व्यक्तित्व को खो दिया है। उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि।'' रणपिसे पुणे नगरपालिका परिषद में नगर सेवक रहे और जिले के पार्वती विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे हैं।
वह एमएलसी और राज्य विधान परिषद में कांग्रेस समूह के नेता थे। रणपिसे के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य ने सदन के एक मृदु भाषी और विद्वान सदस्य को खो दिया। अपने शोक संदेश में ठाकरे ने कहा, ''रणपिसे हमेशा अपनी राजनीतिक और सामाजिक विचारधाराओं पर दृढ़ रहे। उन्होंने बहुत सोच-समझ कर अपने सिद्धांत तय किए थे।'' उन्होंने कहा कि रणपिसे के जाने से एक शून्य पैदा हो गया है। कांग्रेस नेता और राज्य के राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने रणपिसे के निधन पर शोक जताया और कहा कि पार्टी ने कांग्रेस की विचारधारा में अटूट विश्वास रखने वाले नेता को खो दिया है। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी कांग्रेस नेता के निधन पर शोक जताया।