केरल। केरल में एक कम्युनिस्ट ट्रेड यूनियन नेता 50 लाख की मिनी कूपर कार खरीदने के बाद चर्चा का विषय बन गए हैं. जैसे ही कम्युनिस्ट नेता की तस्वीर गाड़ी के साथ वायरल हुई, वह सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गए. दरअसल, पेट्रोलियम और गैस कर्मचारी संघ के राज्य सचिव पीके अनिल कुमार की ज़ेस्टी येलो मिनी कूपर कार के साथ तस्वीरें वायरल हुई हैं. वे कम्युनिस्ट ट्रेड यूनियन नेता हैं. इसी को लेकर सोशल मीडिया पर लोग उनसे तमाम सवाल पूछ रहे हैं.
इस क्रम में एक वरिष्ठ पत्रकार ने कम्युनिस्ट नेता का मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि अनिल कुमार एक मिनी कूपर खरीदकर यह अध्ययन करना चाहते हैं कि पूंजीपति कैसे रहते हैं. उन्होंने मलयालम में सत्तारूढ़ सीपीआईएम के एक नेता कोडियरी बालाकृष्णन का जिक्र करते हुए लिखा, "कॉमरेड कोडियरी बालाकृष्णन ने भी इस पर एक अध्ययन किया था." दरअसल, कोडियरी बालाकृष्णन 2017 में सोने की तस्करी के मामले से संबंधित एक लाल मिनी कूपर में प्रचार करके विवादों में आ गए थे. इसके अलावा फेसबुक पर एक अन्य व्यक्ति ने पूछा, "सभी कामरेड मिनी कूपर से क्यों प्यार करते हैं?" वहीं दूसरे ने कहा, "वह यह कहकर कैसे बच सकते हैं कि उनकी पत्नी के पास नौकरी है."
बता दें कि सोशल मीडिया पर निशाने पर आने के बाद अपने बचाव में अनिल कुमार ने दावा किया था कि कार उनकी पत्नी ने खरीदी थी, जो इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन में कर्मचारी है. ऐसा पहली बार नहीं है जब अनिल कुमार विवादों में आए हैं. उन पर एक महिला उद्यमी का उसकी जाति के आधार पर अपमान करने और उसे धमकाने का मामला चल रहा है. उधर, मामले में ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधियों ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उन्हें इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है, लेकिन वे इस पर गौर करेंगे.