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मालगाड़ी की छत पर चढ़कर सेल्फी, युवक करंट से झुलसा

jantaserishta.com
17 April 2022 1:20 PM GMT
मालगाड़ी की छत पर चढ़कर सेल्फी, युवक करंट से झुलसा
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समस्तीपुर जिले के शाहपुर पटोरी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म-3 पर खड़ी मालगाड़ी की छत पर चढ़कर सेल्फी लेने के दौरान एक युवक 25 हजार वोल्ट के तार के संपर्क में आकर झुलस गया। गंभीर हालत में आरपीएफ के जवानों ने उसे पटोरी अनुमंडलीय अस्पताल पटोरी पहुंचाया जहां उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। युवक की पहचान पटोरी थाना क्षेत्र के हसनपुर सूरत, बढ़ई टोला, निवासी संजय शर्मा के पुत्र रितेश कुमार शर्मा के रूप में की गई है। मिली जानकारी के अनुसार रितेश प्रतिदिन सुबह अपने साथियों के साथ टहलने के लिए पटोरी रेलवे स्टेशन जाता था।

दोस्तों में सेल्फी लेने की बाजी ने जोखिम में डाली जान
रविवार को भी अपने कुछ साथियों के साथ वह सुबह करीब 3:45 बजे शाहपुर पटोरी रेलवे स्टेशन पहुंचा। उसके साथ कई लड़के और लड़कियां भी स्टेशन के प्लेटफार्म पर मॉर्निंग वॉक करने पहुंची थी। इसी दौरान कुछ युवकों ने मालगाड़ी की छत पर चढ़कर सेल्फी लेने का चैलेंज दिया। जिसे स्वीकार कर रितेश अपने दो अन्य साथियों के साथ आनन-फानन में मालगाड़ी के एक डब्बे की छत पर चढ़ गया। उसके बाद जैसे ही रितेश ने सेल्फी लेने के लिए अपना हाथ ऊपर किया, वैसे ही उसका हाथ मालगाड़ी के ऊपर से गुजर रही 25 हजार वोल्ट के बिजली तार के संपर्क में आ गया।
तार के संपर्क में आते ही रेलवे स्टेशन परिसर की बिजली चली गई और उसका संपर्क बिजली के तार से टूट गया परंतु तब तक उसके पूरे शरीर में आग लग चुकी थी। लगभग 10 मिनट तक मालगाड़ी की छत पर ही रितेश का शरीर जलता रहा। आग की स्थिति देखते ही उसके दो अन्य साथी मालगाड़ी की छत से कूद कर भाग निकले। लगभग 10 मिनट बाद जब आग की लपटें कम हुई तो रितेश मालगाड़ी की छत से प्लेटफार्म पर गिर गया। उसके बाद आरपीएफ के जवानों ने गंभीर हालत में उसे अनुमंडलीय अस्पताल, पटोरी पहुंचाया। जहां से उसे रेफर कर दिया गया। फिलहाल इस मामले में किसी तरह की प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई थी।
सदर अस्पताल किया रेफर
अनुमंडलीय अस्पताल, पटोरी के चिकित्सक डॉ. कुंदन कुमार ने बताया कि रविवार की सुबह लगभग 5:00 बजे आरपीएफ, शाहपुर पटोरी के जवानों ने रितेश कुमार को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रितेश गंभीर रूप से जला हुआ था। उसके बाल तथा शरीर के अधिकांश अंग बुरी तरह झुलस गए थे। प्राथमिक चिकित्सा के बाद नाजुक हालत में बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल समस्तीपुर रेफर कर दिया गया था।
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