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सेला सुरंग: दुनिया की सबसे लंबी टू लेन टनल का उद्घाटन, जानिए चीन के लिहाज से क्यों है खास

jantaserishta.com
9 March 2024 7:04 AM GMT
सेला सुरंग: दुनिया की सबसे लंबी टू लेन टनल का उद्घाटन, जानिए चीन के लिहाज से क्यों है खास
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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरुणाचल प्रदेश में दुनिया की सबसे लंबी टू लेन टनल देश को समर्पित कर दी है। पीएम मोदी ने ही इस सुरंग की नींव 2019 में रखी थी। लगभग 825 करोड़ की लागत से इस सुरंग को बनाने में चार साल का वक्त लगा है। बता दें कि इस प्रोजेक्ट में दो सुरंगें शामिल हैं। चीन से जारी तनाव के बीच इस सुरंग को बेहद अहम माना जा रहा है। इस टनल की वजह से तेजपुर से तवांग की यात्रा का समय कम से कम एक घंटा कम हो जाएगा। खास बात यह है कि सुरंग की मदद से हर मौसम में कनेक्टिविटी बनी रहेगी। आम तौर पर सर्दियों में भारी बर्फबारी के वक्त सेला पास कई महीने बंद रहा करता था।
सेला सुरंग चीन सीमा के बेहद करीब है। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से यह सुरंग अहम है। इतनी ऊंचाई पर बनाई गई यह दुनिया की सबसे लंबी डबल लेन सुरंग है। सुरंग की ऊंचाई 13000 फीट है।
चीन की सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए यह सुरंग काफी फायदेमंद होने जा रही है। दरअसल बर्फबारी के वक्त बालीपारा-चारीद्वार-तवांग मार्ग कई महीने तक बंद रहा करता था। ऐसे में सेना को भी असुविधा का सामना करना पड़ता थआ। अब हर मौसम में सेना की आवाजाही भी सुनिश्चित हो सकेगी। पहली सुरंग 980 मीटरक ही है। वहीं दूसरी टनल 1555 मीटर लंबी है। यह ट्विटन ट्यूब टनल है।
टनल की वजह से तवांग के जरिए चीन सीमा तक पहुंचने का रास्ता 10 किमी कम हो जाएगा। इसके अलावा असम के तेजपुर और अरुणाचल के तवांग में सेना के चार कोर मुख्यालयों के के बीच की दूरी भी कम हो जाएगी। यह सुरंग एलएसी पर सैनिकों को भारी हथियार पहुंचाने और तत्काल मदद भेजने में भी मदद करेगी।
यह सुरंग अरुणाचल प्रदेश के कामेंग जिले में बनी है। आपात स्थिति के लिए सुरंगो में एस्केप ट्यूब भी लगाई गई है। इसके आलावा दोनों सुरंगों के बीच 1200 मीटर रोड है। दोनं ही टनल सेना के पश्चिम में दो हिल्स से होकर गुजरती है। 2019 में इस सुरंग की नींव रखी गई लेकिन कोविड की वजह से उद्घाटन में देरी हुई। बता दें कि 1962 के युद्ध में चीन के सैनिक इसी क्षेत्र में भारतीय सेना के साथ भिड़े थे। चीन ने तवांग शहर पर कब्जा भी कर लिया था। ऐसे में अब यह सुरंग चीन को कड़ा संदेश दे रही है।
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