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अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था देख चिकित्सा मंत्री ने जाहिर की नाराजगी , कहा- क्या मजाक बना रखा है

Apurva Srivastav
27 Feb 2021 5:33 PM GMT
अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था देख चिकित्सा मंत्री ने जाहिर की नाराजगी , कहा- क्या मजाक बना रखा है
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चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने किया जयारोग्य अस्पताल का औचक निरीक्षण

श्रीमान चार दिन से जांचें ही चल रहीं हैं, अभी तक इलाज शुरू नहीं हुआ।' मरीज के सहयोगी की यह पीड़ा सुन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग बोले- अधीक्षक व विभागाध्यक्ष डॉ. पुनीत रस्तोगी साहब, क्या मजाक बना रखा है। मरीज का चार दिन में इलाज शुरू नहीं हो सका। कौन डॉक्टर है, जिसने पर्ची पकड़ा दी। इस पर मरीज का नाम तक नहीं लिखा। डीन साहब व्यवस्थाएं सुधारिए, यह ठीक नहीं है।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने किया जयारोग्य अस्पताल का औचक निरीक्षण

निरीक्षण के दौरान कार्डियक विभाग में स्ट्रेचर पर लेटी मुरैना निवासी 81 वर्षीय वृद्धा और जमीन पर लेटे मरीजों को देखकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि मेरे शहर छोड़ने से पहले 20 बेड यहां डल जाने चाहिए। एक भी मरीज जमीन पर नहीं दिखना चाहिए। मंत्री सारंग शनिवार सुबह जयारोग्य अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे।
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निरीक्षण के दौरान मंत्री सारंग ने विभागाध्यक्ष डॉ. पुनीत रस्तोगी से कहा कि आप वार्ड बनाओ, ताकि मरीज भर्ती हो सकें। बाइपास सर्जरी के लिए प्रस्ताव भेजो। मेडिसिन वार्ड में एक मरीज ने बताया कि दो दिन से उसे इलाज नहीं मिला, सीनियर डाक्टर देखने नहीं आए। इस पर उन्होंने विभागाध्यक्ष को नोटिस देने के निर्देश दिए। कार्डियक विभाग के बाहर अटेंडेंटों से भी बातचीत की और वहां पर टूटी फर्सी को ठीक कराने के लिए कहा।

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पत्थर वाली बिल्डिंग में गंदगी देख मंत्री ने हाइट्स कंपनी के मैनेजर को फटकार लगाई। जेएएच अधीक्षक से कहा कि यूडीएस का एक माह का भुगतान रोको या कंपनी ही हटा दो। जेएएच में निरीक्षण से पहले मंत्री सारंग जीआर मेडिकल कालेज पहुंचे, जहां चिकित्सकों के साथ बैठक की।

सवाल : कोरोना का प्रभाव बढ़ रहा है, इससे बचाव व उपचार के लिए बनाई गई स्वास्थ्य व्यवस्थाएं अब शहर में नहीं रहीं?
जवाब : कोरोना के ब़़ढते आंक़़डों पर नजर रखे हैं। जैसे ही भर्ती करने की आवश्यकता होगी, उसके लिए हमने व्यवस्थाएं बनाकर रखीं हैं।
सवाल : प्राध्यापक यदि अपनी जानकारी शेयर करें तो स्वास्थ्य सेवाओं के साथ मरीजों को लाभ मिलेगा?
इसमें प्रदूषण के दुष्प्रभावों का आकलन भी किया गया है।
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जवाब : हां, यह प्रयोग किया जा रहा है। अभी गांधी मेडिकल कालेज व एम्स के साथ अनुबंध हुआ है, जहां के प्राध्यापक अपने अनुभवों को एक-दूसरे से शेयर करेंगे। सकारात्मक परिणाम आते ही सभी 13 मेडिकल कालेजों में इसे लागू किया जाएगा।
सवाल : जीआरएमसी में डीन व अधीक्षक प्रभारी बनते हैं। इनकी स्थाई नियुक्ति क्यों नहीं होती?
जवाब : अभी सब ठीक चल रहा है और समन्वय बनाने को कहा है। यदि फिर कोई समस्या होती तो आपकी बात पर विचार किया जाएगा।

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सवाल : सुपर स्पेशियलिटी शुरू करने की बात कर रहे हैं पर डॉक्टर व स्टाफ की दो साल में भर्ती नहीं हो सकी?
जवाब : मार्च में स्टाफ नर्स और फिर डॉक्टर की भर्ती कर सुपर स्पेशियलिटी का लोकार्पण कर दिया जाएगा।


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