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गणतंत्र दिवस और आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने जारी किया अलर्ट
Deepa Sahu
7 Jan 2022 1:59 PM GMT
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देशभर में गणतंत्र दिवस मनाने की तैयारियां जारी हैं.
देशभर में गणतंत्र दिवस मनाने की तैयारियां जारी हैं. तो वहीं पांच राज्यों में फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव भी प्रस्तावित हैं. जिसके तहत पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मणिपुर और पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन गणतंत्र दिवस के साथ ही पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों पर आतंकवादियों की नजर है. सुरक्षा एजेंसियों को मिले इनपुट के मुताबिक गणतंत्र दिवस और विधानसभा चुनाव के दौरान आतंकी हमला कर सकते हैं. जिसे देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है.
भीड़-भाड़ वाली जगहों के साथ ही हाई-प्रोफाइल नेताओं पर हमले की योजना
सुरक्षा एजेंसियों को मिले इनपुट के तहत गणतंत्र दिवस के समय और विधानसभा चुनावों के दौरान आतंकवादी भीड़-भाड़ वाली जगहों के साथ ही बाजारों के अलावा हाई-प्रोफाइल नेताओं और सुरक्षा बलों के परिसरों को निशाना बनाने के लिए हमले या विस्फोट की योजना बना सकते हैं. सुरक्षा एजेंसियों ने अपने जारी अलर्ट में कहा है कि आतंकवादियों के विभिन्न समूह और असामाजिक तत्व सुरक्षा बलों के परिसर, भीड़-भाड़ वाले स्थानों/बाजारों रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों, धार्मिक स्थलों, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और हाई प्रोफाइल नेताओं पर हमले या विस्फोट करने की योजना बना सकते हैं.
एजेंसियों ने सुरक्षा बलों को सतर्क रहने को कहा
गणतंत्र दिवस और विधानसभा चुनाव के दौरान आतंकवादी हमले का इनपुट मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सुरक्षा बलों को सतर्क रहने को कहा है. इनपुट के बाद एजेंसियों ने चुनावी राज्यों में तैनात अधिकारियों और सैनिकों के साथ ही राजधानी और देश के अन्य हिस्सों में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए विस्तृत अलर्ट जारी किया है.अलर्ट में इनपुट को संकलित करते हुए एक विस्तृत रिपोर्ट सुरक्षा बलों के साथ साझा की गई है. अलर्ट में एजेंसी ने कहा है कि वरिष्ठ अधिकारियों को सभी सहयोगी एजेंसियों के साथ आवश्यक समन्वय रखते हुए सुरक्षा अभ्यास, अचानक हमले की स्थिति में प्रतिक्रिया को लेकर तैयार रहने को कहा गया है. साथ ही ऐसी स्थिति के बारे में पहले से ही जवानों को जानकारी देने के लिए कहा गया है. साथ ही का कहा गया कि किसी भी तरह की सूचना के त्वरित आदान-प्रदान और प्रभावी समन्वय के लिए सभी नियंत्रण कक्षों को चौबीसों घंटे संचालित किया जाना चाहिए. वहीं सूचना समय पर प्राप्त करने के लिए अपने स्वयं के स्रोतों को सक्रिय करने के अलावा, क्षेत्र में खुफिया एजेंसियों और नागरिक पुलिस के साथ घनिष्ठ संपर्क बनाए रखने को कहा गया है. जिससे किसी भी आतंकी घटना को नाकाम किया जा सके.
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