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देश के 736 जिलों में आज एक साथ दूसरा ड्राई रन, वैक्सीनेशन से पहले जोरों पर तैयारियां

HARRY
8 Jan 2021 2:04 AM GMT
देश के 736 जिलों में आज एक साथ दूसरा ड्राई रन, वैक्सीनेशन से पहले जोरों पर तैयारियां
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फाइल फोटो 

देश में कोरोना का टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने से पहले आज 8 जनवरी को सबसे बड़ी रिहर्सल है. देश के सभी 736 जिलों में आज ड्राई रन किया जाएगा. इसमें तैयारी इस बात की है कि कैसे लोगों को कोरोना का टीका लगाना है, उसकी पूरी प्रक्रिया क्या है.

इससे पहले 28 और 29 दिसंबर को 4 राज्यों में दो दिन के लिए ड्राई रन किया गया था. इसके बाद 2 जनवरी को सभी राज्यों में ड्राई रन चलाया गया था और अब 33 राज्यों (हरियाणा, हिमाचल और अरुणाचल को छोड़कर) और केंद्रशासित प्रदेशों में वैक्सीन का फिर से ड्राई रन शुरू हो रहा है.
बता दें कि गुजरात, पंजाब, असम और आंध्र प्रदेश में ड्राई रन को लेकर अच्छे रिजल्ट सामने आए थे. इसके बाद सरकार ने पूरे देश में ड्राई रन को लागू करने का फैसला किया था. अब एकबार फिर केंद्र सरकार पूरे देश में ड्राई रन करने जा रही है.
इससे पहले, गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की. राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों और प्रमुख अधिकारियों के साथ बैठक में हर्षवर्धन ने वैक्सीन के खिलाफ फैलाए जा रहे दुष्प्रचार पर चिंता जताते हुए कहा कि इससे टीकाकरण की तैयारियों को धक्का लग सकता है.
अगले हफ्ते से शुरू हो सकता है टीकाकरण
देश में टीकाकरण कार्यक्रम अगले हफ्ते से शुरू हो सकता है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को बताया गया था कि कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद टीकाकरण का कार्यक्रम 10 दिन बाद शुरू हो सकता है. कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल को लेकर DCGI ने 3 जनवरी (रविवार) को अपनी मंजूरी दी थी. इस लिहाज से 13 या 14 जनवरी से देश में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्यक्रम शुरू हो सकता है.
बता दें कि भारत में कोरोना की दो वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की इजाजत मिली है. कोरोना के टीके को मंजूरी मिलने के बाद देश अब टीकाकरण कार्यक्रम का इंतजार कर रहा है.
ड्राई रन में क्या होता है?
स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार, ड्राई रन में अस्पताल तक जाने, लोगों को बुलाने, फिर डोज देने की पूरी प्रक्रिया का पालन किया जाता है. मुख्य रूप से इसमें वैक्सीन के स्टोरेज, वितरण और टीकाकरण की तैयारियों को परखा जाता है. जो कि शहर के बड़े सरकारी अस्पतालों या अन्य जगहों पर की जा रही हैं.
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