
शिमला। भौगोलिक परिस्थितियों के कारण हिमाचल प्रदेश में आपदा का जोखिम सदैव बना रहता है। हाल ही में राज्य में प्राकृतिक आपदा से जान व माल का भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश सरकार आपदा की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने तथा बचाव सहित अन्य महत्त्वपूर्ण कार्यों को दक्षता से पूर्ण करने के …
शिमला। भौगोलिक परिस्थितियों के कारण हिमाचल प्रदेश में आपदा का जोखिम सदैव बना रहता है। हाल ही में राज्य में प्राकृतिक आपदा से जान व माल का भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश सरकार आपदा की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने तथा बचाव सहित अन्य महत्त्वपूर्ण कार्यों को दक्षता से पूर्ण करने के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) को सुदृढ़ करेगी। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने शुक्रवार को शिमला में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए इस बारे में जानकारी दी। बैठक के दौरान प्रदेश में आपदा प्रभावितों को प्रदान की जा रही राहत राशि तथा अन्य लाभ पर भी चर्चा की गई।
राजस्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश में आपदा प्रभावित परिवारों को विशेष आपदा राहत के तहत अभी तक 227 करोड़ रुपए वितरित किए जा चुके है। उन्होंने सभी प्रभावितों को समय पर लाभ प्रदान करने के निर्देश भी दिए। जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश में राज्य आपदा मोचन बल की महत्त्वपूर्ण भूमिका है, जो विभिन्न आपदाओं की स्थिति में बचाव कार्यों को अंजाम देता है। उन्होंने कहा कि जवानों को सभी आवश्यक उपकरण मुहैया करवाएं जा रहे हैं जिसके लिए 12.65 करोड़ रुपए जारी किए गए है, ताकि आपदा की स्थिति से निपुणता से निपटा जा सके। इस अवसर पर प्रधान सचिव राजस्व ओंकार चंद शर्मा, निदेशक एवं विशेष सचिव राजस्व-आपदा प्रबंधन डीसी राणा, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी तथा एसपी एसडीआरएफ इल्मा अफरोज भी उपस्थित थी।
