भारत

एसडीएम साहब ने फरियादी को धमकाया, भयंकर रूप वाला वीडियो वायरल

jantaserishta.com
22 Sep 2023 3:10 PM GMT
एसडीएम साहब ने फरियादी को धमकाया, भयंकर रूप वाला वीडियो वायरल
x
देखें वीडियो.
लखीमपुर निघासन: यूपी में इन दिनों अफसरों की तानाशाही हावी नजर आ रही है। आए दिन किसी न किसी अफसर का फरियादी को धमकाते वीडियो वायरल हो रहा है। पहले बरेली के एसडीएम का फरियादी का मुर्गा बनाने का वीडियो वायरल हुआ फिर बदायूं के एसडीएम का व्यापारी को थप्पड़ मारने का। अब लखीमपुर खीरी के एसडीएम का फरियादी को धमकाने का वीडियो सामने आया है। वायरल वीडियो में एसडीएम फरियादी पर ही एफआईआर लिखवाकर उसे जेल भेजने की धमकी देते नजर आ रहे हैं। वायरल वीडियो खीरी जिले के निघासन में तैनात एसडीएम राजेश कुमार का है। वीडियो 20 सितंबर का बताया जा रहा। शुक्रवार को यह मामला डीएम महेन्द्र बहादुर सिंह तक पहुंच गया। डीएम ने सीडीओ व एडीएम को जांच सौंपी। साथ ही एसडीएम निघासन राजेश सिंह को हटाकर गोला का न्यायिक एसडीएम बनाया गया है। वहीं गोला में न्यायिक एसडीएम के पद पर तैनात अश्वनी कुमार सिंह को एसडीएम निघासन बनाया गया है।
निघासन में तैनात एसडीएम राजेश कुमार के कार्यालय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। एसडीएम लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं। इस बीच एक फरियादी पहुंचा। वायरल वीडियो में एसडीएम यह कहते दिख रहे कि ज्यादा उड़ो नहीं। एफआईआर लिखवा दूंगा। बुद्धि सही हो जाएगी। एसडीएम फरियादी को जेल भेज देने की बात कहते भी सुने जा रहे हैं। इसके बाद फरियादी अपनी अर्जी लेकर चला गया। किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उधर, यह मामला डीएम महेन्द्र बहादुर सिंह तक पहुंचा। उन्होंने मामले की जांच सीडीओ अनिल सिंह व एडीएम संजय सिंह को सौंपी है। साथ ही एसडीएम को तत्काल प्रभाव से निघासन से हटाकर गोला तहसील में न्यायिक एसडीएम बनाया गया है। वहीं गोला में न्यायिक एसडीएम के पद पर तैनात अश्वनी कुमार सिंह को एसडीएम निघासन बनाया गया है।
वीडियो दो दिन पुराना बताया जा रहा। निघासन तहसील की खमरिया ग्राम सभा के झउवापुरवा गांव का बराती बुधवार को यह प्रार्थनापत्र लेकर एसडीएम राजेश कुमार के चैंबर में पहुंचा। बकौल बराती, उसके पिता सुकई के नाम 1984 में दो एकड़ जमीन का पट्टा किया गया था। दस साल से चार गुना ज्यादा समय बीत जाने पर भी उसे अभी तक इस जमीन का संक्रमणीय भूमिधर घोषित नहीं किया गया है। इसी को लेकर वह एसडीएम के पास गया था। दरख्वास्त पर निगाह डालने के बाद एसडीएम ने उसे दरखास्त के साथ कागज लगाने की बात कही। बराती ने संलग्न किए जाने वाले कागजों के बारे में पूछा तो गुस्साए एसडीएम ने उक्त बातें कह दीं। इसी दौरान एसडीएम को दरवाजे के पास खड़े व्यक्ति पर वीडियो बनाने का शक होने पर वह उसे टोकते हुए पास आने को कहते हैं।
एसडीएम राजेश कुमार ने बताया कि उनकी अदालत में संक्रमणीय भूमिधर घोषित करने का आवेदन बराती ने प्रस्तुत किया है, जिसमें उसने पट्टा होने का कोई साक्ष्य नहीं दिया है। इससे खतौनी में उसका नाम दर्ज होना संदिग्ध प्रतीत होता है। तहसीलदार से इस संबंध में रिपोर्ट ली गई, जिसमें भी तहसील में पट्टा किए जाने का कोई साक्ष्य उपलब्ध न होने की बात कही गई है। मेरे ऊपर संक्रमणीय भूमिधर घोषित किए जाने का काफी समय से दबाव बनाया जा रहा है। उसे न मानने पर जान-बूझकर मेरे चैंबर में प्रार्थनापत्र के साथ उसे भेजकर वीडियो बना ली गई।
Next Story