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कंकाल से महिला का मूर्ति तैयार, वैज्ञानिकों ने बनाया चेहरा

Nilmani Pal
15 Jun 2022 10:53 AM GMT
कंकाल से महिला का मूर्ति तैयार, वैज्ञानिकों ने बनाया चेहरा
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वैज्ञानिकों को उत्तरी चेक गणराज्य के एक प्राचीन कब्रिस्तान से महिला का कंकाल मिला था. जो करीब 4,000 साल पुराना था. खूबसूरत, काले बालों वाली इस महिला के चेहरे को अब रीकंस्ट्रक्ट किया गया है. यह महिला कांस्य युग बोहेमिया (Bronze-Age Bohemia) के सबसे अमीर लोगों में से एक थी.

महिला को पांच कांसे के कंगन, दो सोने की बालियां और 400 से ज्यादा एम्बर मोतियों के तीन-लड़ वाले हार के साथ दफनाया गया था. उसके साथ कांसे की तीन सिलाई करने वाली सुइयां भी मिली थीं. वह यूनीटिस (Únětice) संस्कृति से जुड़ी थी, इस संस्कृति के लोग प्रारंभिक कांस्य युग में मध्य यूरोप में रहते थे. ये अपनी धातु कला के लिए जाने जाते थे, जिसमें कुल्हाड़ी, खंजर, कंगन और धातु को मोड़कर बने हुए हार शामिल थे. चेक रिपब्लिक (Czech Republic) के एकेडमी ऑफ साइंसेज के पुरातत्व संस्थान के पुरातत्वविद् माइकल एर्नी (Michal Ernée) का कहना है कि इस बात का पता नहीं चला है कि ये महिला कौन थी. लेकिन यह साफ था कि वह बहुत अमीर थी.

उत्तरी चेक गणराज्य में मिकुलोविस गांव के पास, एक कब्रिस्तान से इस महिला के अवशेष मिले थे. कब्रिस्तान की रेडियोकार्बन डेटिंग के मुताबिक, यह महिला 1880-1750 ईसा पूर्व के बीच रहा करती थी. इस कब्रिस्तान में 27 कब्रें पाई गई थीं, जो किसी खाजाने से कम नहीं थीं. इनमें कई कलाकृतियां और 900 एम्बर की वस्तुएं शामिल थीं. महिलाओं की 40% कब्रों में एम्बर पाए गए थे. कब्रिस्तान में पाए गए कंकाल के अवशेषों में से, एम्बर पहने हुए इस महिला की खोपड़ी सबसे अच्छी तरह से संरक्षित थी. इसीलिए इसको रीकंस्ट्रक्ट किया गया. इतना ही नहीं, हड्डियां इतनी अच्छी तरह से संरक्षित थीं कि उसमें महिला का डीएनए (DNA) भी मिल गया. इससे शोधकर्ताओं को यह पता लगा कि महिला की आंखें और बाल गहरे भूरे रंग के थे और उसका रंग गोरा था.

ब्रनो (Brno) में मोरावियन म्यूज़ियम (Moravian Museum) की मानव विज्ञानी ईवा वैनिकोवा (Eva Vaníčková) और मूर्तिकार ओन्ड्रेज बिलेक (Ondřej Bílek) ने मिलकर इस महिला के धड़ का मॉडल बनाया. एम्बर हार और सोने की बालियों को रीकंस्ट्रक्ट किया गया. कांसे के कंगन और सुइयों को भी फिर से बनाया गया, और कपड़े भी उसी दौर के बनाए गए. कब्रिस्तान में मिली दूसरी हड्डियों से भी डीएनए मिले हैं, इसलिए शोधकर्ता अब यह पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं कि वहां दफनाए गए लोगों का आपस में कोई संबंध था या नहीं.


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