झारखंड की राजधानी रांची के एक अस्पताल में महिला कांस्टेबल की दबंगई का नजारा देखने को मिला. दरअसल महिला पुलिसकर्मी को अस्पताल में जाने रोका गया तो वह रानी चिल्ड्रन अस्पताल में तैनात गार्ड से उलझ पड़ी. विवाद कुछ इस कदर बढ़ा, पहले धक्का-मुक्की, फिर थप्पड़ और जब उससे भी बात नहीं बनी तो कुर्सियों फेंक कर एक दूसरे पर हमला किया गया. यही नहीं, पुलिस मेंस एसोसिएशन भी इस हंगामे में उतर गया और गार्ड को हिरासत में लिया गया.
जाप 10 की महिला पुलिसकर्मी सुषमा लकड़ा और रानी चिल्ड्रन अस्पताल के गार्ड के बीच हुई झगड़े की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मेंस एसोसिएशन के सदस्य और कोतवाली पुलिस अस्पताल पहुंची. इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया तो वहीं महिला पुलिसकर्मी के उलझने वाले गार्ड को भी पकड़ा गया. मामले की जानकारी देते हुए कोतवाली थाने के एसआई चंद्रशेखर ने बताया कि सुषमा लकड़ा जो जैप 10 में कार्यरत है, अपने पति के साथ नवजात बच्चे को देखने अस्पताल पहुंची थी, लेकिन उन्हें जाने से रोका गया, जोकि विवाद कारण बना और फिर विवाद मारपीट तक आ गया. मामले की जानकारी मिलने के बाद कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और तफ्तीश में जुट गई. पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार पांडे ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन की तरफ से आए दिन शिकायते आती हैं और पुलिस कर्मी पर हमला अस्पताल की मनमाने रवैये को दिखाता है.
हालांकि सीसीटीवी कैमरे कुछ अलग ही कहानी बयां कर रहे हैं. सीसीटीवी फुटेज में साफ नजर आ रहा है कि सुषमा लकड़ा अस्पताल पहुंचती है और किसी बात को लेकर गार्ड से उनकी बहस होती है. इसके बाद विवाद बढ़ने पर महिला पुलिसकर्मी गार्ड को धक्का देती है और फिर उसके बाद एक थप्पड़ जड़ देती है. यही नहीं, पलटवार करते हुए गार्ड भी महिला पुलिसकर्मी को थप्पड़ जड़ देता है. फिर इसके बाद लात घुसे चलते हैं और नौबत कुर्सियों और स्टूल से एक दूसरे पर हमले की आ जाती है.